करनाल के उचाना नहर पुल पर एक 13 साल की लड़की ने नहर में छलांग लगा दी। नाबालिग अचानक घर से भागकर आई थी। बड़ी बहन उसका अपने अन्य बहनों के साथ पीछा कर रही थी। नहर में गिरते ही उसका सिर पुल के पिल्लर से टकराया और वह बेहोश होकर पानी में डूब गई। दो घंटे की तलाश के बाद शव को बाहर निकाला गया। पुलिस जांच में जुटी है। जानकारी के अनुसार मृतका अपनी मां व बहनों के साथ अपनी नानी के घर झिंझाड़ी गांव में रह रही थी। नहर में गिरते ही लड़की पानी में डूब गई। घटना की सूचना मिलते ही गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची। अनिल और नीरज नामक गोताखोरों ने बताया कि शानू के नहर में गिरते ही उसे बचाने की कोशिश की गई, लेकिन वह सीधे पिल्लर से टकरा गई और पानी के अंदर ही बेहोश हो गई। दो घंटे की मशक्कत के बाद निकाला शव जब वह पानी की सतह पर भी नहीं आई तो नहर के पानी का प्रेशर कम करवाया गया और फिर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद शानू का शव नहर से बाहर निकाला गया। मां बोली- नहीं पता क्यों नाराज थी बेटी मां ने बताया कि वे लोग शिव कॉलोनी में रहते हैं और छाज बनाने का काम करते हैं। उनके पास दो बेटियां और एक बेटा है। लड़की इन दिनों अपनी मां के पास झिंझाड़ी गांव आई हुई थी। उन्होंने बताया कि उन्हें पता नहीं कि वह किस बात को लेकर नाराज थी। अचानक वह घर से निकल गई और उसके पीछे उसकी बहन भी निकल गई। जब बड़ी बहन ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने धक्का देकर नहर में छलांग लगा दी। पुलिस मौके पर पहुंची घटना की सूचना मिलने पर सदर थाना प्रभारी एसएचओ तरसेम चंद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शव नहर से निकाल लिया गया है और पोस्टमार्टम के लिए करनाल भिजवाया गया है। लड़की ने ऐसा कदम क्यों उठाया, इसका कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
करनाल में नाबालिग लड़की नहर में कूदी:बहन ने रोकने की कोशिश की, पिलर से टकराकर बेहोश, दो घंटे में मिला शव
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