पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश का असर अब मैदानों में दिखने लगा है। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है, जिसे देखते हुए करनाल प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गया है। खासतौर पर इंद्री और घरौंडा के यमुना से सटे क्षेत्र में लगातार निगरानी रखी जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा यमुना किनारे स्टड और भारी पत्थर बिछाने का कार्य भी तेज़ी से करवाया जा रहा है, ताकि पानी के तेज बहाव से तटबंध को नुकसान न हो और बाढ़ जैसी स्थिति न बने। नहरी क्षेत्रों पर भी फोकस, बढ़ाई गई मोबाइल पंप यूनिट
केवल यमुना क्षेत्र ही नहीं, बल्कि नहरों से सटे क्षेत्रों में भी जिला प्रशासन विशेष ध्यान दे रहा है। इन इलाकों में जलभराव की समस्या अक्सर बनी रहती है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने मोबाइल एग्जिस्टिंग पंप यूनिट्स की संख्या बढ़ा दी है। इन पंपों की मरम्मत कर उन्हें पूरी तरह से चालू हालत में रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत पानी की निकासी की जा सके। डिप्टी कमिश्नर ने दिए निर्देश, हर स्थिति से निपटने को तैयार
जिला उपायुक्त उत्तम सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि मानसून की शुरुआत हो चुकी है और बारिश भी अब लगातार हो रही है। यमुना से लगते इंद्री और घरौंडा क्षेत्र पहले से ही फ्लड प्रिप्रेशन के तहत चिन्हित हैं और वहां काम अंतिम चरण में है। उपायुक्त ने बताया कि नहरी क्षेत्र में वॉटर लॉगिंग की समस्या खासकर आबादी वाले हिस्सों और खेतों में आती है। इसी को ध्यान में रखते हुए मोबाइल पंप यूनिट्स की संख्या को बढ़ाया गया है और सभी पंपों की तकनीकी जांच व रिपेयरिंग करवा ली गई है। जलभराव न हो, इसके लिए बनाए गए पूरे इंतजाम
प्रशासन का कहना है कि जलभराव से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यदि किसी क्षेत्र में बारिश के चलते पानी भरने की स्थिति बनती है तो त्वरित कार्रवाई करते हुए पानी की निकासी की जाएगी। हर क्षेत्र पर नजर रखने के लिए संबंधित विभागों को एक्टिव मोड पर रखा गया है। प्रशासन का दावा: पूरी तरह तैयार हैं हालात से निपटने को
डिप्टी कमिश्नर उत्तम सिंह ने दावा किया कि जिला प्रशासन बाढ़ या जलभराव जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। स्टाफ, मशीनरी और संसाधनों को एक्टिव रखा गया है। इमरजेंसी कंट्रोल रूम के जरिए हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है और किसी भी स्थिति में राहत और बचाव कार्य में देर नहीं होने दी जाएगी।
करनाल में बढ़ा बारिश के बाद यमुना का जलस्तर:इंद्री और घरौंडा क्षेत्र पर प्रशासन की निगाहें, स्टड और पत्थर बिछाने का काम अंतिम चरण में
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