देश भर में आज कई ट्रेड यूनियनों ने ‘भारत बंद’ का ऐलान था जिसका असर करनाल के कई विभागों में देखने को मिला है। सिविल अस्पताल में भी कर्मचारियों ने काम छोड़कर हड़ताल शुरू कर दी। कर्मचारियों ने अस्पताल प्रांगण में इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर आवाज़ बुलंद की। मुख्य मांग समय पर वेतन और नौकरी की सुरक्षा है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें हर महीने सैलरी के लिए परेशान होना पड़ता है, जिससे उनके घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। कर्मचारियों ने बताया- बच्चों की फीस, घर का राशन, उधारी सब कुछ संकट में
हड़ताली कर्मचारियों ने बताया कि जब समय पर वेतन नहीं मिलता तो घर के रोजमर्रा के खर्च कैसे चलाएं? बच्चों की स्कूल फीस देनी होती है, घर का राशन लाना होता है। किसी से उधार लेते हैं तो उसे चुकाना भी पड़ता है। अब तो हाल ये हो गया है कि दुकानदारों ने उधार में राशन देना भी बंद कर दिया है। सैलरी के बिना उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। जॉब सिक्योरिटी का एक साल पुराना वादा अब तक अधूरा
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सरकार ने एक साल पहले वादा किया था कि उन्हें नौकरी की सुरक्षा मिलेगी और जॉब सिक्योरिटी एक्ट लागू किया जाएगा। खुद मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन दिया था। लेकिन एक साल बीत जाने के बावजूद इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिससे कर्मचारियों के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। एचकेआरएन कर्मचारियों को भी समय पर नहीं मिल रही तनख्वाह
हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के अंतर्गत काम कर रहे कर्मचारियों को भी समय पर सैलरी नहीं मिल रही है। हर महीने वेतन को लेकर संघर्ष करना पड़ता है। उनका सवाल है कि अगर सरकार जॉब सिक्योरिटी नहीं दे रही, तो कम से कम सैलरी तो समय पर दे। हड़ताल के कारण मरीजों को हो रही परेशानी, लेकिन कर्मचारियों की मजबूरी भी जायज
अस्पताल में कामकाज ठप होने से मरीजों को जरूर असुविधा का सामना करना पड़ा, लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि जब सरकार ही उनकी आवाज नहीं सुनती, तो मजबूरी में उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि मरीजों की सेवा के लिए वे हमेशा तैयार हैं, लेकिन सरकार को भी उनकी हालत समझनी चाहिए। सीएमओ ने दिया आश्वासन, लेकिन कर्मचारी बोले- अब सिर्फ आश्वासन से काम नहीं चलेगा
कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) की ओर से आश्वासन जरूर मिला है कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा, लेकिन अब वे सिर्फ आश्वासन से संतुष्ट नहीं हैं। जब तक कोई लिखित फैसला नहीं आता, तब तक वे अपने आंदोलन को जारी रखेंगे। दोपहर 2 बजे डीसी को सौंपा जाएगा मांग पत्र, आगे की रणनीति उसी के बाद
कर्मचारियों ने बताया कि उनकी हड़ताल आज दोपहर दो बजे तक चलेगी। इसके बाद सभी कर्मचारी एकजुट होकर जिला उपायुक्त को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपेंगे। अगर फिर भी सुनवाई नहीं होती, तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी और आंदोलन को तेज किया जा सकता है।
करनाल में भारत बंद का कई विभागों पर असर:कर्मचारी बोले – एक साल से लटक रहा है जॉब सिक्योरिटी एक्ट, दुकानदारों ने उधार देना भी बंद किया
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