करनाल की एक बस्ती में 16 साल की मंदबुद्धि और दृष्टिबाधित नाबालिग के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है। आरोप पड़ोस के ही युवकों पर है, जिन्होने छह महीने तक नाबालिग को अपनी हवस का शिकार बनाया। जिला बाल कल्याण समिति के चेयरमैन को नाबालिग गली में मिट्टी खाती दिखी। जिससे उन्हें शक हुआ। पूछताछ की तो माता-पिता ने बताया कि वह देख नहीं सकती और मानसिक रूप से कमजोर है। चेयरमैन उमेश चानना ने किशोरी की काउंसलिंग करवाई तो उसने बताया कि पड़ोस के दो से तीन युवक उसके माता-पिता के काम पर चले जाने के बाद घर में आते थे और उसके साथ गलत काम करते थे। यह सिलसिला कई महीनों तक चलता रहा। जब माता-पिता को इसकी भनक लगी तो आरोपियों और उनके परिजनों ने उन्हें डराया और धमकाया, जिससे वे चुप रह गए। बाल कल्याण समिति ने लिया संरक्षण, मेडिकल बोर्ड करेगा निर्णय
घटना सामने आने के बाद किशोरी को बाल कल्याण समिति की निगरानी में रखा गया है। चेयरमैन उमेश चानना ने इस मामले में सीएमओ को पत्र लिखा है और डॉक्टरों का एक बोर्ड गठित करने की मांग की है। यह बोर्ड तय करेगा कि छह महीने की गर्भवती किशोरी का गर्भपात कराया जाएगा या उसे सुरक्षित डिलीवरी के लिए तैयार किया जाएगा। इस विषय में कानूनी सलाह भी ली जा रही है। सीएमओ से आज ही इस विषय पर चर्चा की जाएगी। पुलिस ने दर्ज किया केस, जल्द होगी आरोपियों की गिरफ्तारी
करनाल सिटी थाना प्रभारी प्रवीन कुमार ने बताया कि जिला बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही है।
करनाल में मंदबुद्धि और दृष्टिबाधित नाबालिग से रेप:छह महीने तक होती रही दरिंदगी, गर्भवती मिली तो खुला राज, गली में मिट्टी खा रही थी लड़की
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