करनाल सरपंच पर लगाए ग्रामीणों ने गंभीर आरोप:मुख्यमंत्री के सेक्रेटरी BDPO को की शिकायत, बोले तालाब के बीचों बीच बना डाला घर का रास्ता

by Carbonmedia
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करनाल के नीलोखेड़ी खंड के गांव सिद्धपुर में मौजूदा सरपंच पर जोहड़ की जमीन पर अवैध कब्जा कर निजी रास्ता निकालने, मिट्टी को अपने चहेते के खेतों में डलवाने और गउ चरान की जमीन पर प्लॉट काटने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। गांव के ही निवासी ने बीडीपीओ को दी शिकायत में बताया कि सरपंच ने जोहड़ की खुदाई करवा कर उसे दो हिस्सों में बांट दिया, जिससे गांव का गंदा पानी फैलने का खतरा बढ़ गया है। साथ ही मछली पालन वाले जोहड़ों के ठेके भी बिना किसी सार्वजनिक सूचना के मनमाने तरीके से दिए गए हैं। ग्रामीण ने इन मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। वहीं सरपंच ने आरोपों को निराधार बताया है। गांव का गंदा पानी जोहड़ में नहीं जा सकेगा, फैल सकती है गंदगी
शिकायतकर्ता सतप्रकाश ने बीडीपीओ को दी शिकायत में बताया गया है कि यह जोहड़ गोगामाड़ी के पास है और इसमें गांव के कई घरों का गंदा पानी आता है। अब जोहड़ के दो हिस्सों में बंट जाने और उसका आकार छोटा पड़ने के कारण गांव का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर गलियों में घुस सकता है। इससे गांव में गंदगी और बीमारियों का खतरा पैदा हो गया है। बिना पब्लिकेशन ही दिए ठेके
सत प्रकाश ने आगे बताया कि गांव में परवा पट्टी और पछवा पट्टी में जो जोहड़ मछली पालन के लिए आरक्षित हैं, उनकी न तो कोई पब्लिक सूचना जारी की गई और न ही ग्रामीणों को जानकारी दी गई। बिना किसी प्रक्रिया के ये जोहड़ ठेके पर दे दिए गए, जिससे पारदर्शिता पूरी तरह गायब है। ग्रामीणों को यह भी नहीं बताया गया कि ठेका कितने में और किन शर्तों पर दिया गया। गउ चरान की जमीन पर कटे प्लॉट, अब फिर कटने की घोषणा
शिकायत के अनुसार, पहले भी गांव की गउ चरान की जमीन पर 100-100 गज के कई प्लॉट काटे जा चुके हैं। अब मौजूदा सरपंच ने बची हुई गउ चरान की जमीन को भी बोली पर देकर उस पर प्लॉट काटने की सार्वजनिक घोषणा कर दी है। गांव में पहले ही पशुओं के चरने की जमीन नाम मात्र की रह गई है, ऐसे में इस जमीन पर फिर कब्जा करना पूरी तरह से अनुचित और अवैध है। बिना सूचना किए जा रहे फैसले, सार्वजनिक संपत्तियों पर कब्जे का आरोप
शिकायत में यह भी कहा गया है कि गांव की सार्वजनिक जमीनों और जोहड़ों की चारों ओर की जमीन पर जानबूझकर ज्यादा जगह छोड़ दी गई है, ताकि वहां लोगों को कब्जा दिलाया जा सके। यह सभी कार्य मौजूदा सरपंच द्वारा अपने निजी हित में बिना किसी सूचना या प्रक्रिया के किए जा रहे हैं। BDPO से की सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग
शिकायतकर्ता ने मांग की है कि मौजूदा सरपंच मुकेश भारती के खिलाफ तत्काल सख्त व कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि जोहड़ नंबर 63 का दोबारा सुधार हो, अवैध रास्ता हटे और गउ चरान की जमीन की सुरक्षा हो सके। साथ ही गांव में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए मछली पालन के जोहड़ों की बोली की जानकारी सार्वजनिक की जाए। सरपंच बोले-आरोप निराधार
सरपंच मुकेश भारती ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि जोहड़ के चारों तरफ बर्म बांधी गई है, कब्जा नहीं किया गया है। खोदी गई मिट्टी को जोहड़ में ही इस्तेमाल किया गया है। जहां तक गऊ चरांद की जमीन पर प्लॉट काटने की बात है, हमारे गांव में सिर्फ गऊ चरांद की ही जमीन है और सारा गांव गऊ चरांद की जमीन पर बसा हुआ है। अधिकारी बोले-करेंगे जांच
नीलोखेड़ी के बीडीपीओ आशुतोष गोतम का कहना है कि सिद्धपुर का ऐसा कोई मामला अभी संज्ञान में नहीं है। अगर कोई डाक से शिकायत आई है तो उसको चेक करवाया जाएगा। शिकायत के अनुसार जांच की जाएगी, अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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