कांगड़ा में एक महिला ने खुद पर तेंदुए के हमले का दावा किया। महिला के अनुसार, जंगल से आए जानवर ने उस पर झपट्टा मारा। इससे उसकी बांह पर नाखूनों के खरोंच आए हैं। घटना देहरा-ज्वालामुखी मार्ग के पास हुई। देहरा से सटे सनोट गांव में रविवार रात दहशत फैल गई। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। आरओ पवन कुमार के नेतृत्व में फॉरेस्ट गार्ड सुनील कुमार, सोनिका और फॉरेस्ट वर्कर निक्का ने आसपास के जंगलों में तलाशी अभियान चलाया। टीम ने संभावित क्षेत्र में पटाखे भी फोड़े। यह इसलिए किया गया ताकि अगर कोई बड़ा शिकारी जानवर हो तो वह भाग जाए। लेकिन कहीं भी तेंदुए की मौजूदगी के निशान नहीं मिले। आरओ पवन कुमार ने बताया कि मौके से तेंदुए के कोई पक्के सबूत नहीं मिले हैं। न ही पंजों के निशान या मल-मूत्र के कोई संकेत मिले। उन्होंने कहा कि संभवतः यह कोई जंगली बिल्ला रहा होगा, जिसे तेंदुए समझ लिया गया। मवेशियों को सुरक्षित जगहों पर बांधा
गांव में लोगों में रातभर दहशत का माहौल बना रहा। कई ग्रामीणों ने अपने मवेशियों को सुरक्षित जगहों पर बांध दिया। गांववालों ने मांग की है कि इलाके में कैमरे लगाए जाएं और गश्त बढ़ाई जाए। इससे तेंदुए या अन्य जंगली जानवरों की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। वन विभाग ने ग्रामीणों से अफवाहों से बचने की अपील की है। साथ ही रात के समय अकेले बाहर न निकलने और सतर्कता बरतने को कहा है। वन विभाग पूरे घटनाक्रम की निगरानी कर रहा है। अगर कोई पुख्ता प्रमाण मिलता है, तो ट्रैप लगाने की कार्रवाई भी की जाएगी।
कांगड़ा में तेंदुए की दहशत:महिला पर हमले का दावा, वन विभाग ने पटाखे फोड़े, अधिकारी बोले- रात में बाहर न निकले
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