महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने दिल्ली में ‘जय हिंद सभा’ को संबोधित किया. भारतीय सेना के पराक्रम को सलाम करने के लिए कांग्रेस इस सभा का आयोजन कर रही है. इस दौरान ऑल पार्टी डेलीगेशन को लेकर अलका लांबा ने कहा कि सरकार की तरफ से हमसे नेताओं के नाम मांगे गए कि उन्हें विदेश भेजना है. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी को पत्र लिखा गया कि अपने सांसदों के नाम दीजिए.
’हमारे सांसद पाकिस्तान को बेनकाब कर रहे हैं'
कांग्रेस की नेता ने आगे कहा, “हमने नाम दिए. हमारे सांसद, इंडिया अलायंस के सांसद विदेशों में पाकिस्तान को बेनकाब करने का काम कर रहे हैं. लेकिन देश में भी तो लोकतंत्र है. देश भी तो जानना चाहता है कि सच्चाई क्या है, क्यों सीजफायर किसके डर से किया गया? मैं आप सब से कहूंगी कि एकजुट रहिएगा. हमारे नेता राहुल गांधी इस लड़ाई को फ्रंट से लड़ रहे हैं और उनके पीछे ताकत बनकर इन सवालों को लोकतंत्र में आपको तब तक उठाए रहना है जब तक लोकसभा का सत्र बुलाकर इस देश को इन सवालों के जवाब नहीं दे दिए जाते. जिन्होंने हमारे बहादुर बेटियों और शहीद की पत्नियों का अपमान किया है, जब तक वो अपने मंत्री पदों पर बने रहेंगे, तब तक आपको चैन से नहीं बैठना है.”
पीएम मोदी पर साधा निशाना
जय हिंद सभा में अलका लांबा ने मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह, एमपी के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और बीजेपी सांसद रामचंद्र जांगड़ा के विवादित बयानों का जिक्र करते हुए सवाल किया कि इन पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई. उन्होंने पूछा कि पीएम नरेंद्र मोदी इनके बयानों पर चुप क्यों हैं?
कांग्रेस की नेता ने पीएम मोदी पर ऑपरेशन सिंदूर पर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सिर्फ सेना की वर्दी पहन लेने से फौजी जैसा जिगर नहीं आ जाता है. अलका लांबा ने कहा कि सेना की वर्दी कोई फैंसी ड्रेस कॉम्पिटिशन नहीं है.