रोहतक में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि एमरजेंसी 1975 में थोड़े लगी थी, जब से कांग्रेस इस देश में पैदा हुई, तब से एमरजेंसी लगी हुई है। परिवार के केवल 3 लोगों ने ही देश पर राज करते हुए संविधान का गला घोंटने का काम किया। आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर 10 दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन लघु सचिवालय में किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने रिबन काटकर किया और कहा कि आज की नई पीढ़ी को आपातकाल के बारे में जानकारी होनी चाहिए। कैसे कांग्रेस ने 1975 में संविधान का गला घोंटने का काम किया था, इसको लेकर स्कूल के बच्चों को भी बताना चाहिए। कांग्रेस ने उड़ाई संविधान की धज्जियां
मनीष ग्रोवर ने कहा कि आपातकाल में कांग्रेस ने संविधान को न केवल तोड़ा, बल्कि संविधान की धज्जियां उड़ाई थी। कांग्रेस संविधान की बात तो करती है, लेकिन कभी संविधान में विश्वास नहीं रखा। हाथ में किताब लेकर घूमने से संविधान के भक्षक, अब रक्षक नहीं बन जाएंगे। जवाहर लाल नेहरु ने हिंदू समाज को पहुंचाया नुकसान
मनीष ग्रोवर ने कहा कि देश की आजादी के बाद जब पंडित जवाहर लाल नेहरु प्रधानमंत्री बने तो वक्फ बोर्ड क्यों बनाया, केवल वोट की राजनीति के लिए। एक देश में दो निशान, दो प्रधान बनाए गए। आजादी के बाद से देश की जनता का गला घोंटने का काम किया। 5 राज्यों में हिंदू समाज को कमजोर करने व धर्म परिवर्तन के नाम पर फंड लिया और ईसाइयों को उभारने का काम किया। कांग्रेस ने देश को जाति पाती में बांटा
पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि कांग्रेस ने देश को धर्म के नाम पर, जाति पाती व प्रांतों के हिसाब से बांटने का काम किया। पंडित जवाहर लाल नेहरु, इंदिरा गांधी व राजीव गांधी ने राज करते हुए देश की जनता का गला घोंटा। संविधान को कभी नहीं माना और सरेआम धज्जियां उड़ाई गई। नई पीढ़ी को आपातकाल की होनी चाहिए जानकारी
मनीष ग्रोवर ने कहा कि 1975 में इंदिरा गांधी ने 24 जून की रात 12 बजे के बाद राष्ट्रपति से हस्तक्षेप करवाकर लोकतंत्र का गला घोंटते हुए एमरजेंसी लगा दी। प्रदर्शनी के माध्यम से उसी दौर को दिखाने का प्रयास किया है, ताकि नई पीढ़ी को आपातकाल के बारे में जानकारी हो कि कैसे संविधान को तोड़ा गया। लोकतंत्र को कुचलने का काम किया गया। वर्तमान जनता कांग्रेस को माफ नहीं करेगी।
कांग्रेस जब से देश में पैदा हुई, तब से लगाई:रोहतक में बोले मनीष ग्रोवर, परिवार के 3 लोगों ने किया राज, संविधान का घोंटा गला
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