Uma Bharti On Rahul Gandhi: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता उमा भारती ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ओर से पीएम मोदी पर दिए गए बयान को लेकर पलटवार किया है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी को सरेंडर और सीजफायर में अंतर समझ नहीं आता है. इसके साथ ही बीजेपी नेता ने भारतीय सेना की जमकर तारीफ की.
एमपी की पूर्व सीएम और बीजेपी नेता उमा भारती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”आज तक भारत की सेना ने पाकिस्तान के सामने सरेंडर नहीं किया है, राहुल गांधी को इतनी भी अंग्रेजी नहीं आती है क्या? सरेंडर और सीजफायर का अंतर समझें.”
आज तक भारत की सेना ने पाकिस्तान के सामने सरेंडर नहीं किया है, राहुल गांधी को इतनी भी अंग्रेजी नहीं आती है क्या? सरेंडर और सीजफायर का अंतर समझें।@BJP4India @BJP4MP @RahulGandhi
— Uma Bharti (@umasribharti) June 4, 2025
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ”बीजेपी-आरएसएस वालों को अब मैं अच्छी तरह से जानता हूं. इन पर थोड़ा सा दबाव डालो, थोड़ा सा धक्का मारो, ये लोग डरकर भाग जाते हैं. जैसे उधर से ट्रंप ने एक इशारा किया. फोन उठाया और कहा, मोदी जी क्या कर रहे हो? नरेंदर सरेंडर, और जी हुजूरी कर के नरेंद्र मोदी जी ने ट्रंप के इशारे का पालन किया.”
ट्रंप का एक फोन आया और नरेंद्र जी तुरंत surrender हो गए – इतिहास गवाह है, यही BJP-RSS का character है, ये हमेशा झुकते हैं।
भारत ने 1971 में अमेरिका की धमकी के बावजूद पाकिस्तान को तोड़ा था। कांग्रेस के बब्बर शेर और शेरनियां Superpowers से लड़ते हैं, कभी झुकते नहीं। pic.twitter.com/RhdQWdRBtV
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 3, 2025
कांग्रेस पार्टी सरेंडर नहीं करती- राहुल गांधी
उन्होंने आगे कहा, ”आपको एक समय याद होगा जब फोन कॉल नहीं आया था. 1971 की लड़ाई में 7th फ्लीट आई थी, हथियार आए थे, एयरक्राफ्ट कैरियर आया था. इंदिरा गांधी जी ने कहा था कि मुझे जो करना है वो मैं करूंगी. ये फर्क है. ये इनका कैरेक्टर है. ये सारे के सारे ऐसे ही हैं. आजादी के समय से सरेंडर वाली चिट्ठी लिखने की आदत है. थोड़ा सा भी दबाव पड़ा, ये सरेंडर कर देते हैं. कांग्रेस पार्टी सरेंडर नहीं करती है. गांधी जी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, ये सरेंडर वाले लोग नहीं हैं. ये सुपर पॉवर से लड़ने वाले लोग हैं.”
बता दें कि पहलगाम हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एयरस्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया गया था. उसके कई आतंकी ठिकानों को तहस नहस कर दिया गया था. इसके बाद पाकिस्तान ने सीमापार से गोलीबारी शुरू की थी, जिसका फिर से भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जबाव दिया था. हालांकि बाद में दोनों देशों के बीच सीजफायर हो गया. विपक्ष के नेता लगातार सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के इशारे पर सीजफायर किया गया था.