उत्तराखंड न्यूज़: आज से कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है, जो अब 23 जुलाई तक चलेगी. कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों कांवड़िए हरिद्वार, गंगोत्री, और गोमुख से गंगाजल लेकर अपने गंतव्यों की ओर जाएंगे. कांवड़ यात्रा के सुचारू संचालन और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए देहरादून से दिल्ली, हरिद्वार, सहारनपुर, हल्द्वानी, टिहरी, और यमुनोत्री जाने वाले मार्गों के लिए विशेष ट्रैफिक डायवर्जन प्लान लागू किया गया है. यह प्लान 11 जुलाई से 23 जुलाई तक लागू रहेगा. यदि आप इस दौरान यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो नए रूट्स को जरूर जान लें ताकि आपको किसी असुविधा का सामना न करना पड़े.
उत्तराखंड और यूपी पुलिस प्रशासन ने बॉर्डर के जिलों से लेकर प्रदेश के अलग अलग शहरों को ध्यान में रखते हुए डायवर्जन प्लान बनाया है. इसमें कांवड़ यात्रियों के साथ ही आम यात्रियों को कोई दिक्कत न हो इसका विशेष ध्यान रखा गया है.
देहरादून से प्रमुख मार्गों के लिए ट्रैफिक डायवर्जन
कांवड़ यात्रा के दौरान देहरादून से विभिन्न शहरों और तीर्थ स्थानों के लिए वाहनों के मार्गों में बदलाव किया गया है. प्रमुख रूट्स और उनके डायवर्जन की निम्नलिखित है:
देहरादून से दिल्ली
रूट 1: वाहन आईएसबीटी से छुटमलपुर, देवबंद, रामपुर तिराहा, और मेरठ होकर दिल्ली जाएंगे.
रूट 2: वाहन आईएसबीटी से छुटमलपुर, सहारनपुर, शामली, और बागपत होकर दिल्ली पहुंचेंगे.
रूट 3: वैकल्पिक मार्ग के रूप में वाहन छुटमलपुर, सहारनपुर, सरसावा, करनाल, और सोनीपत होकर दिल्ली जा सकेंगे.
देहरादून से हरिद्वार
हरिद्वार जाने वाले वाहन रिस्पना पुल से जोगीवाला और नेपाली फार्म के रास्ते जाएंगे.
देहरादून से सहारनपुर
सहारनपुर के लिए वाहन आईएसबीटी से छुटमलपुर होकर जाएंगे.
देहरादून से हल्द्वानी, नैनीताल, और कुमाऊं
हल्द्वानी, नैनीताल, और कुमाऊं के अन्य जनपदों में जाने वाले वाहन रिस्पना से जोगीवाला, भानियावाला तिराहा, रानीपोखरी, मनि इच्छा मंदिर तिराहा, गुजराड़ा मार्ग से नरेंद्रनगर, पुरानी टिहरी रोड, टिहरी डेम, टिपरी, जाखणीधार, पोखाल, दुगड्डा, मलेथा, श्रीनगर, और कर्णप्रयाग होकर जाएंगे.
वैकल्पिक मार्ग: पौड़ी, सतपुली, कोटद्वार, और नजीबाबाद के रास्ते भी जा सकेंगे.
देहरादून से पौड़ी, रुद्रप्रयाग, और चमोली
इन क्षेत्रों के लिए वाहन रिस्पना पुल से जोगीवाला, भानियावाला, रानीपोखरी, ऋषिकेश, भद्रकाली, तपोवन, व्यासी, और श्रीनगर होकर जाएंगे.
देहरादून से टिहरी और उत्तरकाशी
टिहरी और उत्तरकाशी जाने वाले वाहन मसूरी, सुआखोली, धनोल्टी, और चंबा के रास्ते जाएंगे.
देहरादून से यमुनोत्री और गंगोत्री
यमुनोत्री और गंगोत्री के लिए वाहन शिमला बाईपास से धूलकोट, विकासनगर, नैनबाग, नौगांव, और बड़कोट होकर जाएंगे.
ट्रैफिक डायवर्जन का समय और नियम
यह ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 11 जुलाई से 23 जुलाई तक लागू रहेगा. इसके बाद 23 जुलाई को कांवड़ यात्रा समाप्त होने पर मार्गों में फिर से बदलाव किया जाएगा.
भारी वाहनों पर प्रतिबंध: दिल्ली-हरिद्वार मार्ग (एनएच-58) और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 11 जुलाई से 23 जुलाई तक भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद रहेगी. हल्के और मध्यम वाहनों की आवाजाही 18 जुलाई से प्रतिबंधित होगी.
सुरक्षा और सुविधाएं: कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनाती, सीसीटीवी निगरानी, और आपातकालीन सेवाओं के लिए विशेष लेन की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा, यात्रियों के लिए पेयजल, स्वास्थ्य सेवाएं, और हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध कराए गए हैं.
कांवड़ यात्रा की क्या है मान्यता ?
बता दें कि कांवड़ यात्रा हिंदू धर्म की एक महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा है, जिसमें लाखों शिवभक्त हरिद्वार, गंगोत्री, और गोमुख से गंगाजल लेकर अपने स्थानीय शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं. यह यात्रा सावन महीने (11 जुलाई से 9 अगस्त) में आयोजित हो रही है और भक्ति, समर्पण, और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक मानी जाती है.
यात्रियों के लिए सुझाव
रूट प्लान चेक करें: यात्रा से पहले नए डायवर्जन रूट्स की जानकारी जरूर लें.
हेल्पलाइन का उपयोग: किसी भी आपात स्थिति में एकीकृत हेल्पलाइन नंबर 139 या रेल मदद ऐप का उपयोग करें.
सुरक्षा नियमों का पालन: कांवड़ मार्गों पर निर्धारित नियमों का पालन करें ताकि यात्रा सुगम और सुरक्षित रहे.