कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) पर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में शहीदों के नाम एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में कारगिल शहीद के साथ ही जनपद के अन्य शहीद के परिजनों को सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्र उर्फ दयालु चीफ गेस्ट रहे और विशिष्ट अतिथि भाजपा एमएलसी विशाल सिंह चंचल रहे.
मंत्री दयाशंकर मिश्र ने कहा, “कारगिल की विजय ऐसी विजय थी, जब कारगिल की सबसे ऊंची चोटियों पर पाकिस्तान ने कब्जा किया था. उस वक्त पाकिस्तान को यह अंदाजा भी नहीं था कि भारतीय सैनिक उस चोटी को भी खाली करा लेंगे.” मंत्री ने कहा कि, “अपने प्राणों की आहुति देकर हमारे वीर सैनिकों ने कारगिल को खाली कराया था, जिसमें गाजीपुर के 6 वीर सपूत भी शामिल थे.”
पाकिस्तान का ड्रोन हमला नहीं कर पाया नुकसान- मंत्री
योगी के मंत्री ने कहा, “कारगिल युद्ध 2 महीने चला लेकिन ऑपरेशन सिंदूर में मात्र तीन दिनों में ही पाकिस्तान ने घुटने टेक दिए. ड्रोनाल्ड ट्रंप को युद्ध विराम की घोषणा करनी पड़ी.” मंत्री ने कहा, “उस वक्त हमारे पास ड्रोन नहीं हुआ करते थे, उस वक्त ब्रह्ममोस, तेजस जैसे मिसाइल नहीं थे. पाकिस्तान का ड्रोन हमला कोई नुकसान नहीं कर पाया. यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां बम कट्टो और असलहो के लिए जाने जाते थे लेकिन अब ब्रह्मोस तक के लिए जाना जाता है.”
अपने वजूद के लिए लड़ रहा विपक्ष- मंत्री दयाशंकर मिश्र
दयाशंकर मिश्र ने बिहार में मतदाता परीक्षण SIR को लेकर कहा, “विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं रहा है, विपक्ष अब सिर्फ अपने वजूद के लिए लड़ रहा है. वह अब बंद कमरे से फेसबुक और इंस्टाग्राम चल रहा है. विपक्ष ने एयर स्ट्राइक, ऑपरेशन सिंदूर तक की आलोचना की. यह लोग आलोचना करके सैनिकों का मनोबल भी तोड़ने का काम करते हैं.
शिवपाल यादव के बयान पर उन्होंने कहा कि, “उन लोगों ने कहा था कि संविधान बदल देंगे, आरक्षण खत्म कर देंगे लेकिन देश देख रहा है कि कौन क्या कर रहा है. संविधान भारत की आत्मा है, उसी से देश चल रहा है. मंत्री ने आगे कहा कि, “जब शिवपाल जी की सत्ता थी, तब उनके दर्जनों मंत्री जेल में रहा करते थे, न जाने कितने विधायकों की विधायक की चली जाती थी.”
‘जाति के नाम पर राजनीतिक रोटी सेंक रहा विपक्ष’
मंत्री दयाशंकर मिश्र ने कहा, “विपक्ष के लोग जातियों के नाम पर सिर्फ राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं, बुलडोजर का काम जुल्म और जाति के खिलाफ है जिन लोगों ने समाज में अराजकता फैलाने का काम किया था. जिन लोगों ने गरीबों की जमीन छीनी थी उन्हें लौटकर अपने माल बनाए थे.
वहीं इस कार्यक्रम के आयोजन शशिकांत पांडे जो खुद कारगिल युद्ध के गवा रहे उन्होंने भी कारगिल युद्ध के वक्त का वाकया बताया कि किस तरह से उन लोगों ने कारगिल का युद्ध लड़ा था.
कारगिल विजय दिवस पर दयाशंकर सिंह बोले- ‘ऑपरेशन सिंदूर में 3 दिन में पाकिस्तान ने घुटने टेके’
1