भास्कर न्यूज | जालंधर जालंधर के कारोबारियों ने सूक्ष्म तथा छोटे कारखानों कास्ट आयरन के उत्पादों को क्वालिटी मानकों में शामिल करने के पैदा होने वाली समस्याओं पर चर्चा की है। इन क्वालिटी मानकों को कास्ट आयरन क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर कहा जाता है। बुधवार को जालंधर में कारोबारियों ने इसकी जानकारी दी है। इंडियन फाउंड्रीमैन इंस्टीट्यूट के नॉर्दर्न रीजन की दूसरी रीजनल काउंसिल मीटिंग 2025-26 हुई है। जालंधर के कारोबारी दिल्ली में इस मीटिंग में पहुंचे। जालंधर की ऑटो पार्ट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के चेयरमैन बलराम कपूर उक्त फाउंड्री इंस्टिट्यूट की नॉर्दर्न रीजन के चेयरमैन हैं। उन्होंने बैठक की अध्यक्षता की है। इसी दौरान जालंधर से संजीव जुनेजा ने उक्त मुद्दा उठाया। उन्होंने सदस्यों को जोड़ने, स्किल डेवलपमेंट और इंडस्ट्री सहयोग को बढ़ाने के लिए रणनीतिक रोडमैप पेश किया। बलराम कपूर इससे पहले चंडीगढ़ चैप्टर के चेयरमैन रह चुके हैं। बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस और फाउंड्री डे की योजना, सदस्यता नवीनीकरण की रणनीति और 2025-26 की गतिविधियों की समीक्षा की गई। संगठन के प्रेसिडेंट नवनीत अग्रवाल ने विचार रखे। इस दौरान इंडिया एक्सपोर्ट मार्ट के साथ एग्रीमेंट किया गया है। यह कदम इंडस्ट्री सहयोग और इनोवेशन प्लेटफॉर्म को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया है। इस मीटिंग के दौरान चंडीगढ़ चैप्टर के चेयरमैन संजीव जुनेजा ने कास्ट आयरन क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर से माइक्रो और स्मॉल एंटरप्राइजेज को छूट देने की मांग की। उन्होंने कहा कि रबर फुटवियर जैसे सेक्टर को पहले ही छूट मिल चुकी है, इसलिए फाउंड्री सेक्टर के लिए भी फाइंड्री इंस्टिट्यूट को सक्रियता से प्रयास करना चाहिए। प्राइवेट लैब्स की मनमानी पर चिंता… चंडीगढ़ चैप्टर के जॉइंट सेक्रेटरी विशाल गौतम ने कहा कि कास्ट आयरन क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर के जल्दबाजी में लागू होने से छोटे व सूक्ष्म कारखानों को दिक्कत हो रही है। सरकारी लैब्स की संख्या कम है और प्राइवेट लैब्स ज्यादा चार्ज ले रही हैं और रिपोर्ट में देरी कर रही हैं। इससे छोटे फाउंड्री यूनिट्स पर बोझ बढ़ रहा है। इस बैठक में प्रदीप कुमार, सक्षम गर्ग, विशाल गौतम, डॉ. अभिषिक्ता रॉय, संजीव कुमार, देवेंद्र जैन, सुशील शर्मा, लोकेश लोहिया, सुबोध पंचाल, शशि कुमार जैन, दिनेश गुप्ता, सुशांत गुप्ता सहित तमाम मेंबर्स मौजूद रहे।
कारोबारियों ने छोटे कारखानों को क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर से बाहर रखने का मुद्दा उठाया
1
previous post