किन्नौर साहित्य महोत्सव में प्रोफेसर मीनाक्षी पॉल के एक बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। महोत्सव के दूसरे दिन महिलाओं की संपत्ति के अधिकार पर चर्चा के दौरान प्रोफेसर पॉल ने कहा कि खोशिया समुदाय को यह अधिकार नहीं मिलता। इसी दौरान उन्होंने ST समुदाय के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। इस बयान के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद किन्नौर जिला लोकतांत्रिक संगठन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। संगठन के अध्यक्ष वकील अमर चंद नेगी ने कहा कि महोत्सव के पहले दिन राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने छुआछूत को खत्म करने की बात कही थी। लेकिन प्रोफेसर पॉल का बयान जनजातीय समुदाय में विभाजन पैदा करने वाला है। माफी मांगने के लिए 15 दिन का समय दिया
वकील नेगी ने कहा कि बिना पूरी जानकारी के संवेदनशील मुद्दे पर टिप्पणी करना गलत और असंवैधानिक है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रोफेसर पॉल राजनैतिक एजेंडे के तहत जनजातीय लोगों को बांटने आई थीं। नेगी ने बताया कि किन्नौर में महिलाओं को विशेष दर्जा प्राप्त है। संगठन ने प्रोफेसर पॉल को 15 दिन का समय दिया है। इस दौरान उन्हें जिला प्रशासन के माध्यम से सभी पंजीकृत संगठनों को सफाई देनी होगी या माफी मांगनी होगी। ऐसा न करने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
किन्नौर साहित्य महोत्सव में महिला प्रोफेसर का विवादित बयान:ST समुदाय पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, 15 दिन में माफी मांगने का अल्टीमेटम
5