हरियाणा के सिरसा जिले के रानियां में बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। गांव ओटू के 70 वर्षीय किसान गुलजार सिंह ने कृषि ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए 13 अक्टूबर 2014 को आवेदन किया था। 10 साल की प्रतीक्षा के बाद विभाग ने उन्हें नोटिस भेजा। गुलजार सिंह ने 28 मार्च 2024 को पंजाब नेशनल बैंक से 1 लाख 89 हजार 800 रुपए का बैंक ड्राफ्ट जमा करवा दिया। राशि जमा होने के बाद विभाग ने कोई जवाब नहीं दिया। कनेक्शन का सामान उपलब्ध नहीं जब किसान ने कनेक्शन के लिए विभागीय अधिकारियों से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि विभाग के पास ट्यूबवेल कनेक्शन का सामान उपलब्ध नहीं है। अधिकारियों ने किसान को बाजार से सामान खरीदने की हिदायत दी। गुलजार सिंह का कहना है कि जब उन्होंने विभाग को पूरी राशि जमा करवा दी है, तो बाजार से सामान खरीदना उनके बस की बात नहीं है। इस बात से नाराज होकर अधिकारियों ने उनका केस ठंडे बस्ते में डाल दिया। किसान विभाग के उच्च अधिकारियों के पास कई बार जा चुके हैं, लेकिन हर बार नए बहाने बनाकर उन्हें टाल दिया जाता है। किसान बोला-रिश्वत नहीं दी, इसलिए किया परेशान गुलजार सिंह ने बताया कि उसके खेत में ट्यूबवेल कनेक्शन लगवाने के लिए परेशान किया जा रहा है, ताकि रिश्वत की राशि मिल सके। उन्होंने बताया कि धान की बिजाई का सीजन जोरों पर है, इसलिए अब ट्यूबलर कनेक्शन लगाने में देरी की जाती है, तो वे कोर्ट की शरण लेंगे। जिसका पूरा हर्जाना विभाग को भरना होगा। स्टोर में सामान नहीं उपलब्ध इस बारे में बिजली विभाग के उपमंडल अभियंता शंकर लाल से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। वहीं कार्यकारी अभियंता अनुज कुमार ने कहा कि विभागीय स्टोर में कुछ सामान उपलब्ध नहीं है। यही बात ग्राहक को बताई गई है, लेकिन ग्राहक कोई भी जवाब नहीं दे रहा है, इसलिए कनेक्शन भी नहीं हो पा रहा।
किसान को 10 साल बाद भेजा बिजली कनेक्शन का नोटिस:1.90 लाख करवाए जमा, अधिकारी बोले-सामान नहीं है, खरीदकर लाओ
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