Bihar Politics: जैसे-जैसे बिहार का विधानसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे चुनाव आयोग की भूमिका को लेकर बहस छिड़ती जा रही है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने गुरुवार (03 जुलाई) को चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए हैं. दूसरी ओर बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता नितिन नवीन ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दल आरजेडी को लोकतंत्र विरोधी करार दिया है.
चुनाव आयोग को दिखानी चाहिए पारदर्शितामनोज झा ने कहा, “चुनाव आयोग को सुलभ और पारदर्शी होना चाहिए. हमने आयोग को अपनी तमाम चिंताएं बताई थीं, कई सवाल किए थे, लेकिन हमें किसी का जवाब ढंग से नहीं मिला. जब नए मुख्य चुनाव आयुक्त ने पदभार संभाला था, तब उन्होंने कहा था कि सभी राजनीतिक दलों से संवाद जारी रहेगा, लेकिन अब उनकी कार्यशैली में ऐसा कुछ नहीं दिखता.”मनोज के इस बयान से यह संकेत मिल रहा है कि विपक्ष, खासकर आरजेडी, चुनाव आयोग के व्यवहार से संतुष्ट नहीं है. मनोज झा ने आयोग की निष्पक्षता पर भी अप्रत्यक्ष रूप से सवाल खड़े किए और यह भी जताया कि चुनाव आयोग को राजनीतिक दलों की चिंताओं को गंभीरता से लेना चाहिए.
क्या बोले नितिन नवीन?
इसी कड़ी में नितिन नवीन ने कांग्रेस और इंडिया अलायंस पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी वह है जिसने देश को इमरजेंसी जैसा काला दौर दिया. लोकतंत्र पर सबसे बड़ा धब्बा उसी समय लगा था. आज वही लोग हम पर लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं. यह हास्यास्पद है.”नितिन नवीन ने आगे कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल हमेशा संवैधानिक संस्थाओं के साथ खिलवाड़ करते आए हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी की सरकार पिछड़ों और दलितों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, “इस देश की जमीन और संसाधनों पर देशवासियों का हक है. किसी का वोट नहीं कटेगा.”इस बयानबाजी से यह साफ है कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता को लेकर विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है. जहां एक ओर विपक्ष आयोग से संवाद और पारदर्शिता की मांग कर रहा है, वहीं बीजेपी कांग्रेस के पुराने इतिहास को याद दिलाकर पलटवार कर रही है. आने वाले समय में यह मुद्दा संसद से सड़क तक गरमा सकता है.
‘किसी सवाल का जवाब ढंग से नहीं मिला’, चुनाव आयोग पर मनोज झा ने लगाया आरोप, क्या बोली BJP?
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