छह माह से बंद कुंजम दर्रे के दोनों छोर अब आपस में जुड़ गए हैं। सीमा सड़क संगठन की 38 बीआरटीएफ की 94 आरसीसी ने बातल की तरफ से और 759 बीआरटीएफ की 108 आरसीसी ने काजा की तरफ से सड़क को बहाल किया है। बीआरओ अधिकारियों के अनुसार, सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए तैयार किया जाएगा। लाहौल प्रशासन और बीआरओ अधिकारियों की संयुक्त जांच के बाद इसे आवागमन के लिए खोला जाएगा। दर्रा बहाल होते ही कुछ 4×4 वाहनों ने पहले ही दर्रा पार कर लिया है। जबकि पर्यटक भी पहुंचने लगे हैं । प्रशासन ने चेतावनी दी है कि आधिकारिक मंजूरी से पहले वाहन चालक जोखिम न लें। सुमदो-काजा-ग्रांफू मार्ग खुलने से पर्यटक 14,100 फीट ऊंची चंद्रताल झील तक पहुंच सकेंगे। इस मार्ग की बहाली से मनाली और लाहौल घाटी से स्पीति जाने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी। दर्रे के खुलने से स्पीति घाटी में जीप सफारी और ट्रैकिंग के लिए पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। साथ ही, कुल्लू-मनाली से काजा होते हुए सैन्य वाहन भी चीन सीमा से लगे सुमदो तक पहुंच सकेंगे।
कुंजम दर्रा की रोड खुली:पर्यटक पहुंचने लगे, प्रशासन बोला- ड्राइवर मंजूरी से पहले जोखिम न लें
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