कुरुक्षेत्र के नैसी गांव में आज टूटे तटबंध को बांधने का काम शुरू किया जाएगा। प्रशासन और ग्रामीण मारकंडा नदी का जलस्तर कम होने का इंतजार कर रहे हैं। रात को मारकंडा का जलस्तर करीब साढ़े 9 क्यूसेक दर्ज किया गया। बीती रात के बाद ग्रामीण आज मारकंडा में 5 क्यूसेक तक पानी रहने की उम्मीद में है। जैसे ही मारकंडा का जलस्तर कम होगा तटबंध को बांधने का काम शुरू होगा। हालांकि अभी मारकंडा का पानी खेतों की तरफ जा रहा है। वहीं नैसी से टबरा जाने वाली सड़क पर एक तरफ पानी भरने से दोनों ओर खेत के किसान आमने-सामने आ गए, जिससे हालात तनावपूर्ण हो गए। सड़क को लेकर विवाद कुछ किसान सड़क तोड़ने की बात कह रहे हैं, ताकि खेतों में भरा पानी मारकंडा में चला जाए और उनके बचे हुए खेत पानी से बच जाए। इसी दूसरी तरफ के किसान सड़क तोड़ने के पक्ष में नहीं है, क्योंकि अगर सड़क तोड़ी गई तो दूसरी तरफ भी पानी भर जाएगा और फसल डूब जाएगी। ये गांव चपेट में आए मारकंडा नदी का पानी नैसी से मडाडो, शेरगढ़, टबरा, जोधपुर, जंधेड़ी, बालापुर, दानीपुर और कलावड़ तक पहुंच चुका है। इन गांव में तकरीबन 800 एकड़ धान की फसल डूब चुकी है। किसान उम्मीद जता रहे हैं कि पानी कम हुआ तो फसल बच जाएगी। अगर 2 दिन तक और पानी खड़ा रहा तो फसल खराब हो जाएगी।
कुरुक्षेत्र में मारकंडा पर तटबंध बांधने का काम होगा शुरू:मारकंडा का पानी घटा; 9 से 5 क्यूसेक तक उम्मीद; 9 गांवों तक पहुंचा पानी
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