कुरुक्षेत्र के कंथला गांव में मारकंडा नदी (बीबीपुर लिंक) को रात एक बजे रिपेयर कर दिया गया। हालांकि तटबंध को टैम्परेरी रिपेयर किया गया है। अब उसे पक्के तौर पर बांधने के लिए सुबह से काम चल रहा है। तटबंध को बांधने के लिए उसमें मिट्टी डाली जा रही है। जानकारी के मुताबिक, पिहोवा के कंथला में कल सुबह करीब 4 बजे मारकंडा नदी के तेज बहाव में करीब 40 फुट का बंध टूट गया। बंध के टूटते ही आसपास के खेत में मारकंडा नदी का पानी घुस गया। यहां करीब 150 एकड़ में खड़ी धान की फसल डूब गई। इसमें करीब 40 एकड़ धान की फसल खराब हो चुकी है। अभी टैम्परेरी बंद किया गांव के सरपंच मालक सिंह ने बताया कि तटबंध मिट्टी के कट्टे लगाकर टैम्परेरी बंद किया गया है, ताकि मारकंडा नदी के पानी को गांव में घुसने से रोका जा सके। रात करीब 1 बजे तक तटबंध को बांधने का काम चलता रहा। अगर रात को तटबंध को टैम्परेरी बंद नहीं किया जाता तो गांव में घरों तक पानी घुस जाना था। दीवार के कारण हुआ बचाव बीबीपुर झील में करीब 5 हजार एकड़ का एरिया आता है, जिसे खेती के लिए इस्तेमाल किया जाता है। करीब 2 महीने सिंचाई विभाग जलबेहड़ा से पास से बीबीपुर झील में पानी आने से रोकने के लिए चैनल पर बनी दीवार को हटाने की कोशिश कर रहा था, मगर किसानों के विरोध के बाद विभाग को पीछे हटना पड़ा था। फिर भी दीवार का ऊपरी हटाया गया था। इस वजह से बीबीपुर लिंक में अचानक पानी आ गया। कल तक तटबंध होगा रिपेयर प्रशासन के साथ मिलकर ग्रामीण तटबंध को रिपेयर करने में जुटे हैं। तटबंध पर पक्के तौर पर बंध करने के लिए उसमें मिट्टी डालकर बंद किया जा रहा है, ताकि दोबारा इस तरह की घटना ना हो। हालांकि कंथला में पहली बार तटबंध टूटा था। यहां अभी भी मारकंडा नदी का बहाव तेज है।
कुरुक्षेत्र में मारकंडा के टूटे तटबंध की रिपेयरिंग जारी:रात को टैम्परेरी किया बंद; 150 एकड़ में भरा नदी का पानी; फसलें डूबी
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