कुरुक्षेत्र के पिहोवा में केबल चोरी की घटनाओं से हुआ आंदोलन थाने के घेराव तक पहुंच गया। नाराज किसान पिहोवा के थाना सदर के बाहर धरना लगाकर बैठ गए। करीब 5 घंटे तक किसान संगठन और पुलिस के बीच तनातनी बनी रही। हालांकि 2 बार वार्ता विफल रहने के बाद रात करीब 12 बजे मामला शांत हो गया। दरअसल, किसान पिछले कुछ समय से खेतों में हो रही लगातार केबल चोरी से परेशान थे। इसी को लेकर भौर सैयदां गांव के बस अड्डे पर किसानों ने दोपहर करीब 2 बजे पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना शुरू किया था। इस दौरान थाना सदर के SHO पर किसानों ने धरने के दौरान उनके साथ बदसलूकी की, जिसके बाद शाम करीब साढ़े 7 बजे किसानों ने थाना घेर लिया, मगर पुलिस उनको बाहर ही रोक दिया। कमेटी बनाकर बात की
इससे पहले रात करीब 9 बजे किसानों की 7 सदस्यीय कमेटी और पुलिस प्रशासन के बीच पहली बैठक हुई। करीब आधे घंटे की बातचीत के बाद कोई हल नहीं निकला। किसान सदर थाने के SHO जगदीश कुमार से उनके बीच आकर माफी की मांग पर अड़े रहे। साढ़े 10 बजे शुरू हुई दूसरी वार्ता DSP निर्मल की कोशिश से किसान दूसरी बार बातचीत के लिए तैयार हो गए। करीब साढ़े 10 बजे दूसरी बार थाने के अंदर दोनों पक्ष के बीच बातचीत चली, मगर नतीजा कुछ नहीं निकला। SHO और किसान अपनी-अपनी बात पर अड़े गए। इसके बाद किसानों ने किसानों ने थाने के बाहर पक्का मोर्चा लगाने का ऐलान कर दिया।
साढ़े 11 बजे धरने पर आए SHO इस दौरान किसानों ने पूरे हरियाणा से किसान संगठनों को पिहोवा के थाना सदर के बाहर इकट्ठा होने की कॉल दी। हालांकि कई किसान संगठन देर रात ही समर्थन के लिए धरने पर पहुंच गए। बढ़ते गतिरोध के बीच करीब साढ़े 11 बजे SHO किसानों के धरने पर पहुंचे, मगर यहां माइक पर बोलने को लेकर बातचीत बिगड़ गई।
कुछ देर बाद हुई सुलह
किसानों ने पुलिस और SHO के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। हालांकि कुछ देर बाद DSP निर्मल सिंह ने किसानों से दोबारा बातचीत की कोशिश की। इसके कुछ देर बाद SHO किसानों के बीच पहुंचे और अपनी बात रखी, जिससे किसान राजी हो गए और धरना वापस ले लिया।
कुरुक्षेत्र में 5 घंटे तक किसान थाना घेरकर बैठे रहे:माफी पर अड़े; 2 बार वार्ता विफल; रात12 बजे SHO आए तो सुलह हुई
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