Bakrid 2025: उत्तर प्रदेश में बकरा ईद पर पशु बलि को लेकर छिड़ी बहस के बीच अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य अफरोज खान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है, जिसमें दो अहम मुद्दों को लेकर मांग की है और कुछ सुझाव दिए हैं. अफरोज ने बकरीद के मौके पर मस्जिदों और ईदगारों के पास सुरक्षा और पानी की व्यवस्था करने की मांग की और नेपाल सीमा से सटे मदरसों को लेकर भी गरीब बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो इसकी अपील की है.
सीएम योगी को लिखे पत्र में अफरोज खान ने कहा कि 7 जून को ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया जाएगा. इस संबंध में आपसे अनुरोध हैं कि नमाज के समय मस्जिदों व ईदगाहों के पास काफी भीड़ होती है, इसलिए इन जगहों पर सुरक्षा और नगरपालिका के माध्यम से साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए नमाजियों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हो.
बकरीद पर कुर्बानी को लेकर की अपील
बकरीद पर होने वाली कुर्बानी को लेकर उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित किया जाए कि कुर्बानी निर्धारित स्थलों पर ही हो और किसी भी दशा में प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी न हो. कुर्बानी के अवशेषों का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किया जाए. उन्होंने कुर्बानी के लिए वैध जानवरों की ख़रीद फरोख्त और परिवहन के दौरान आम जन मानस और पशु व्यापारियों को अराजक तत्वों से सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया.
इन मदरसों पर न हो कार्रवाई
वहीं दूसरे पत्र में अफरोज खान ने नेपाल सीमा से लगे जिलों के मदरसों को लेकर योगी सरकार से अपील की है. उन्होंने कहा कि बस्ती, बलरामपुर, अंबेडकर नगर जैसे जिलों में ग़ैर मान्यता प्राप्त या मान्यता प्राप्त मदरसे जो 50-100 सालों से संचालित किए जा रहे हैं. जिनके जरिए ग़रीब मुस्लिम समाज के बच्चों को तालीम दी जा रही है. जिन मदरसों को वैध तरीके से चलाया जा रहा है जो मदरसा शिक्षा परिषद के मानकों को पूरा कर रहे हैं आपसे अनुरोध ही क उन पर कार्रवाई ना की जाए.
इन मदरसों में गरीब मुस्लिम बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो, उसे देखते हुए कार्रवाई की जाए. ताकि वो बच्चे शिक्षा से वंचित न हो. अफरोज खान ने पत्र के माध्यम से शासन से सकारात्मक कार्रवाई का अनुरोध किया है.