देशभर के केंद्रीय विद्यालयों में एनरोलमेंट बीते 5 साल में सबसे कम पर पहुंच गए हैं। सोमवार को लोकसभा में शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी जानकारी दी। एजुकेशन सेशन 2020-21 में केंद्रीय विद्यालयों में दाखिलों की गिनती 1.95 लाख थी। ये हर साल घटते हुए अब मौजूदा एकेडमिक सेशन 2024-25 में 1.39 लाख रह गई है। KVs में पढ़ रहे स्टूडेंट्स भी घटे देश में अभी कुल 1280 केंद्रीय विद्यालय हैं। इनमें पढ़ रहे बच्चों की गिनती भी इस दौरान घटी है। 2020-21 सेशन में स्टूडेंट्स की गिनती 13.9 लाख थी जो इस साल घटकर 13.5 लाख रह गई है। सरकारी नौकरी वालों के बच्चों के लिए हैं KVs केंद्रीय विद्यालय मुख्य रूप से ट्रांसफरेबल जॉब वाले केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के बच्चों के लिए स्थापित किए गए थे। ये देश के सबसे प्रतिष्ठित सरकारी स्कूलों में गिने जाते हैं। एनरोलमेंट में गिरावट ऐसे समय देखी जा रही है जब केंद्र सरकार ने दिसंबर 2023 में 85 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने की मंजूरी दी है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने संसद को बताया कि इन नए विद्यालयों के साथ-साथ कर्नाटक के शिवमोगा में एक मौजूदा विद्यालय के विस्तार को मिलाकर, इन सभी परियोजनाओं पर लगभग 5,872 करोड़ रुपए की लागत आएगी। KVs के लिए केंद्र ने फंड बढ़ाया है इस बीच, केंद्रीय विद्यालय संगठन के लिए सरकार से मिलने वाला फंड भी लगातार बढ़ा है। 2020-21 में यह 6,437.68 करोड़ रुपए था, जो 2024-25 में बढ़कर 8,727 करोड़ रुपए हो गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में सरकारी विद्यालयों में घटते एनरोलमेंट को लेकर चिंता भी जताई है। इस साल की शुरुआत में मिड-डे मील योजना पर हुई चर्चाओं के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा गया कि वे प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तरों पर एनरोलमेंट में आई गिरावट के कारणों की जांच करें और इस विषय पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें। ———————- ये खबरें भी पढ़ें… दिव्या देशमुख पहली भारतीय महिला चेस वर्ल्ड चैंपियन: 7 की उम्र में नेशनल चैंपियन बनीं, नंबर 1 को हराने पर मोदी ने तारीफ की, जानें पूरी प्रोफाइल 19 साल की दिव्या देशमुख ने चेस का FIDE महिला वर्ल्ड कप जीत लिया है। उन्होंने फाइनल में भारत की ही कोनेरू हम्पी को टाईब्रेक राउंड में हराकर ये खिताब जीता। वर्ल्ड चैंपियन बनने के साथ वे भारत की 88वीं ग्रैंडमास्टर बन गई हैं। पूरी खबर पढ़ें…
केंद्रीय विद्यालयों में एनरोलमेंट 5 साल में सबसे कम:मौजूदा सेशन में केवल 1.39 लाख दाखिले; देश में 1280 KVs, 13 लाख से ज्यादा बच्चे
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