Kedarnath Dham: देवभूमि उत्तराखंड जो न सिर्फ प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, बल्कि यह क्षेत्र धार्मिक स्थलों के लिए भी दुनियाभर में मशहूर है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार के जो व्यक्ति देश के चार धाम बद्रीनाथ, जगन्नाथ, रामेश्वरम और द्वारका की तीर्थ यात्रा नहीं कर सकता है. वह व्यक्ति उत्तराखंड के चार धाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा वही फल प्राप्त कर सकता है. उत्तराखंड के चार धामों में मशहूर केदारनाथ में हर साल लाखों की तादाद में श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचते है. अब केदारनाथ धाम से जुड़ी एक वीडियो सामने आई है, जिससे न सिर्फ लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं, बल्कि स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हुए हैं.
दरअसल, देवभूमि उत्तराखंड स्थित केदारनाथ धाम के निकट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कुछ केदारनाथ मंदिर के समीप क्रिकेट खेल रहे हैं. करीब 18 सेकेंड के वायरल हुए वीडियो में कुछ लोग क्रिकेट खेलते नजर आ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ श्रद्धालुओं भी आते जाते दिखाई पड़ रहे हैं. अब इस वीडियो के वायरल होने पर लोगों में साफ तौर पर गुस्सा देखने को मिल रहा है.
केदारनाथ धाम से एक वीडियो सामने आया है जहां कुछ लोग धाम के पास क्रिकेट खेलते हुए दिखाई दे रहे हैं यह लोग स्थानीय है,या फिर तीर्थ यात्री हैं, इसका कुछ पता नहीं चल पाया लेकिन वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है| pic.twitter.com/7VBnX6QN5y
— Danish Khan (@danishrmr) July 6, 2025
वीडियो में दिख रहे लोगों पर कार्रवाई की मांगबताया गया कि केदारनाथ धाम का जो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है उसमें जो लोग यहां क्रिकेट खेलते नजर आ रहे है वह लोग तीर्थ यात्री हैं या स्थानीय लोग इसकी पुष्ठि नहीं हो पाई है. फिलहाल वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो के वायरल होने के बाद लोग काफी आक्रोशित दिखाई दे रहे है. लोगों का कहना है कि केदारनाथ धाम को लोगों ने पिकनिक स्पॉट बना दिया है. अब इस मामले में हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों ने केदारनाथ धाम में क्रिकेट खेलने वाले लोगों पर कार्रवाई किये जाने की मांग की है.
सरकारी दावे हुए हवा-हवाईकेदारनाथ धाम, जहां हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचते हैं, वहां की धार्मिक पवित्रता को बनाए रखने और उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्थानीय और पुलिस की होती है. मगर हैरानी बात यह है कि केदारनाथ धाम जैसे पवित्र तीर्थ स्थलों की मर्यादाएं भंग की जा रही हैं, कोई व्यक्ति मंदिर के पास रील शूट करने जाता है तो कोई व्यक्ति गर्भगृह के अंदर की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करता है. सरकार लगातार ऐसी गतिविधियों पर कार्रवाई करने की बात कहती है, मगर हर बार इस तरह के मामले सामने आ जाते हैं. फिलहाल देखने वाली बात होगी कि इस मामले में कार्रवाई की आंच कहां तक पहुंचती हैं.
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