Uttarakhand News: उत्तराखंड में चल रही चार धाम यात्रा में अब हेली सेवा मिलना मुश्किल है. मौसम खराब होने की वजह से कोई भी कम्पनी उड़ान नहीं भर रही है. जिस प्रकार मानसून सक्रिय है माना जा रहा है कि अब मानसून के बाद ही हेली सेवा सुचारू हो पाएगी.
बता दें कि मौसम लगातार बिगड़ने और बार-बार फ्लाइट कैंसिल होने से हेली कंपनियां परेशान थीं. लिहाजा उन्होंने यहां से जाना ही बेहत समझा, केदारनाथ धाम के लिए अब मानसून खत्म होने के बाद फिर से हेली सेवा शुरू होगी. यात्रा के लिए डीजीसीए ने आठ हेली कंपनियों के नौ हेलिकॉप्टरों को उड़ान की अनुमति दी थी फिलहाल अब सभी बंद है.
सितम्बर में फिर से शुरू होगी सेवा
केदारनाथ धाम के लिए हेलिकॉप्टर सेवा संचालित करने वाली सभी छह हेली कंपनियां रविवार को अपने सात हेलिकॉप्टरों के साथ केदारघाटी से वापस लौट गई हैं. अब यह सेवा यात्रा के तीसरे चरण में यानी सितंबर में मानसून खत्म होने के बाद फिर से शुरू होगी 17 से 21 जून तक उड़ानें रद्द होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था.
इस वर्ष 2 मई से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा के लिए डीजीसीए ने उत्तराखंड में आठ हेली कंपनियों के नौ हेलिकॉप्टरों को उड़ान की अनुमति दी थी. हालांकि यात्रा का पहला चरण हेली कंपनियों के लिए काफी उतार चढ़ाव भरा रहा. यात्रा में कपाट खुलने से लेकर 21 जून तक, कुल 13,304 टिकट रद्द हुए, जिससे कंपनियों को 8 करोड़ 65 लाख से अधिक का नुकसान झेलना पड़ा. शुरुआत में 2 से 16 मई तक मौसम और भारत पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के कारण 1,638 टिकट रद्द हुए थे.
उसके बाद 7 जून को बडासू हेलिपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरते समय क्रिस्टल कंपनी के हेलिकॉप्टर को रुद्रप्रयाग और गौरीकुंड हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी. इस घटना के बाद डीजीसीए ने सभी हेली कंपनियों के कार्यालयों का निरीक्षण किया और उड़ानों के लिए शटल निर्धारित कीं, जिससे उड़ानें नियंत्रित हुईं और कंपनियों को प्रतिदिन सैकड़ों टिकट रद्द करने पड़े.
सात लोगों की हुई थी मौत
15 जून को केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरते समय आर्यन हेली कंपनी का हेलिकॉप्टर गौरी माई खर्क में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में पायलट समेत सात लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे का कारण खराब मौसम बताया गया था. इसी दौरान ट्रांस भारत के दो हेलिकॉप्टरों ने भी अलग अलग हेलिपैड से उड़ान भरी और वापस लौटे थे. इन्हीं पायलटों ने आर्यन हेलिकॉप्टर के गुप्तकाशी न पहुंचने की सूचना दी थी. दुर्घटना के तुरंत बाद डीजीसीए ने दो दिनों के लिए हेलिकॉप्टर सेवा बंद कर दी थी.बाद में डीजीसीए ने खराब मौसम में जबरन उड़ान भरने के लिए ट्रांस भारत के दोनों पायलटों के लाइसेंस छह महीने के लिए रद्द कर दिए थे.
इसके साथ ही आर्यन कंपनी प्रबंधन से भी लंबी पूछताछ की गई और राजस्व विभाग ने कंपनी प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. वहीं 17 से 21 जून तक खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाए जिससे यात्री खासे परेशान हुए. केदारनाथ हेलीकॉप्टर सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने पुष्टि की है कि सभी हेली कंपनियां लौट गई हैं और अब वे मानसून खत्म होने के बाद सितंबर में ही दोबारा केदारघाटी पहुंचेंगी, तब तक केदारनाथ के लिए हेली सेवा बंद रहेगी.
चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवा बंद होने के बाद हजारों यात्रियों को मायूसी का सामना करना पड़ा है. कई बुजुर्ग यात्री भी चार धाम यात्रा में हेली सेवा के माध्यम से यात्रा कर प रहे थे, लेकिन अब हेली सेवा बंद होने के बाद उनको भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. फिलहाल अब अगले सत्र तक हेली सेवा शुरू होने की कोई संभावना नहीं दिखाई दे रही है.
केदारनाथ यात्रा पर असर, हेली सेवा तरह बंद, कंपनियों ने लौटाए हेलिकॉप्टर, जानें कब होगी शुरू?
2