कैथल के कलायत में इस बार बरसात कम हाेने के कारण खेतों में पानी सूख गया है। नहरों में भी पानी नहीं आ रहे। ऐसे में खेतों में खड़ी फसलें सूखने के कगार पर पहुंच गई है। नहरी पानी पर निर्भर इलाका न इस बार बादल सही ढंग से बरसे हैँ और न ही सिंचाई संसाधनों से सूखे खेतों को पानी मिल रहा। किसान नहरों व माइनरों में पर्याप्त पानी सप्लाई करने की मांग कर रहे हैं। माइनरों में पानी नहीं पहुंच रहा कलायत के किसान नरेंद्र कुमार, प्रदीप, साहब सिंह व कुलदीप ने बताया कि कपिल मुनि माइनर, कैलरम, सिरसा पैरेलल व अन्य माइनरों में पानी नहीं पहुंच रहा है। किसानों ने इस उम्मीद से धान की फसल लगाई थी कि बरसात और माइनरों के पानी के कारण अच्छी पैदावार हो जाएगी, लेकिन पानी के अभाव में उनकी फसलें सूख रही हैं। पानी की आपूर्ति में बाधा किसानों का आरोप है कि नहर विभाग पानी की आपूर्ति में बाधा पैदा कर रहा है। सुदैकन डिस्टीब्यूटी के कंकरीटीकरण कार्य पर करोड़ों रुपए की राशि व्यय की जा चुकी है। फिर भी लोगों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा। उन्हें उम्मीद थी कि इस डिस्ट्रीब्यूटरी के बनने से क्षेत्र में पानी की किल्लत नहीं रहेगी, लेकिन इस पर करोड़ों रुपए खर्च होने के बावजूद लोगों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है। क्षेत्र में हजारों एकड़ फसल को पानी नहीं मिल रहा है। सिंचाई विभाग के एसडीओ तरसेम कुमार ने बताया कि नहरों में पानी नहीं आने के चलते थोड़ी दिक्कतें आई हैं। यह समस्या उनके संज्ञान में है। जल्द ही उच्चाधिकारियों से बातचीत करके इसका समाधान करवाया जाएगा।
कैथल के कलायत में माइनरों में पानी नहीं:सूख रही फसलें, किसान कर रहे नहरी पानी सप्लाई की मांग
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