कैथल में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) जींद द्वारा पकड़े गए बिजली निगम के क्लर्क प कैशियर को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। पूछताछ के लिए दोनों का रिमांड लिया जाएगा। उन्होंने बिजली बिल ठीक करने की एवज में एक व्यक्ति से 22 हजार रुपए की मांग की थी। क्लर्क ने साढ़े 8 हजार रुपए ले लिए थे और बाकी एक अगस्त को देने के लिए कहा था। दोनों से पूछताछ की जा रही है। 22 हजार रुपए मांगे थे बता दें कि एसीबी की टीम ने एक अगस्त को बिजली बिल ठीक कराने के लिए 22 हजार रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में बिजली निगम के क्लर्क गुलाब को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एसीबी टीम कैशियर हैप्पी को भी पूछताछ के लिए साथ ले गई। यह कार्रवाई पिल्लूखेड़ा में तैनात जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ सुमित कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट बनाकर की गई। 30 जुलाई को पहली किस्त दी एसीबी इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि गांव बालू निवासी सुनील कुमार ने शिकायत दी थी। उनके चाचा का लड़का हरदीप का बिजली मीटर अधिक बिल आने के कारण काट दिया गया था। सरकारी योजना के तहत बिल ठीक करवाने के लिए एलडीसी गुलाब ने सुनील से 22 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता ने 30 जुलाई को पहली किस्त के रूप में 8,500 रुपए दिए थे। गुलाब ने इनमें से 3,600 रुपए का बिल जमा करके रसीद काट दी, लेकिन बाकी 4,900 रुपए अपनी जेब में रख लिए। इसके बाद गुलाब ने बकाया 17 हजार रुपए एक अगस्त को लाने के लिए कहा था। एसीबी टीम ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष सुनील द्वारा लाए गए 17 हजार रुपए पर विशेष रंग लगाया। एसीबी इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि सुनील को आरोपी को पैसे देने के लिए भेजा गया। इसके बाद विजिलेंस टीम ने छापेमारी की और एलडीसी गुलाब को मौके पर पकड़ लिया।
कैथल में एसीबी द्वारा पकड़े गए क्लर्क की आज पेशी:22 हजार रुपए रिश्वत मांगी, साढ़े 8 हजार ले चुका, लिया जाएगा रिमांड
2