कैथल के कलायत में भिवानी की मनीषा की मौत के मामले में प्रदर्शन और सड़क जाम करने के लिए इकट्ठा हुए युवाओं का प्रयास विफल हो गया। पुलिस को आते देख युवा जाम लगाने की बजाय खाली पड़े मैदान से होकर भाग गए। यह रविवार को दोपहर के समय हुई जब बड़ी संख्या में युवा कलायत के किसान चौक पर जमा हो गए। मौके पर मची अफरा-तफरी उनका उद्देश्य मनीषा को न्याय दिलाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन करना और सड़क को जाम करना था। जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना मिली, थाना प्रभारी रामनिवास तुरंत पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस की गाड़ी देखते ही युवाओं में अफरा-तफरी मच गई। कई युवा अपने साधनों पर सवार होकर और कुछ मैदान व खेतों की तरफ भाग गए। हालांकि, कुछ युवा वहीं रुक गए और थाना प्रभारी से बात करने के लिए आगे आए। थाना प्रभारी रामनिवास ने युवाओं से बातचीत की। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को बताया कि मनीषा का अंतिम संस्कार उसके परिवार की सहमति से हो चुका है और सरकार ने इस संवेदनशील मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। उन्होंने युवाओं से संयम बरतने और कानून व्यवस्था का पालन करने की अपील की। मामला दर्ज होने की दी चेतावनी थाना प्रभारी ने युवाओं को यह भी समझाया कि किसी भी तरह का गैर-कानूनी कदम, जैसे कि सड़क जाम करना या तोड़-फोड़ करना, उनके लिए गंभीर मुश्किलें पैदा कर सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे कृत्यों से उनके खिलाफ कानूनी मामले दर्ज हो सकते हैं, जिससे भविष्य में सरकारी नौकरी या अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में बाधा आ सकती है। कुछ देर बाद वहां से चले गए।
कैथल में जाम लगाने आए युवा पुलिस को देखकर भागे:कलायत के किसान चौक पर जमा हुए, विफल रही योजना
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