कैथल जिले के पूंडरी में भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) ने धान और बाजरे की खरीद को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला लिया गया। संगठन 18 सितंबर को हरियाणा के सभी जिला मुख्यालयों पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक सांकेतिक भूख हड़ताल करेगा। इस दौरान उपायुक्तों को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। मंडी में आ चुकी कई किस्में अगर इसके बाद भी धान खरीद शुरू नहीं होती है, तो उसी दिन आगे के आंदोलन की घोषणा कर दी जाएगी। भाकियू नेतृत्व ने बताया कि 1967 से 1 अक्टूबर से सरकारी खरीद की परंपरा चली आ रही है। वर्तमान में 90 दिन में पकने वाली कई किस्में मंडी में आ चुकी हैं। संगठन की मांग है कि किसान की हर धान की ढेरी की नमी जांच कर स्लिप लगाई जाए। बाहर के शैलर मालिकों को भी खरीद की अनुमति दी जाए। जे-फॉर्म से जुड़े घोटालों की चिंता किसान नेताओं ने जे-फॉर्म से जुड़े घोटालों पर भी चिंता जताई। उनकी मांग है कि जे-फॉर्म की कटौती किसान की धान के मूल्य के बराबर ही की जाए। साथ ही कीटनाशक दवाओं की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए गए हैं। दवा विक्रेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया दवाएं बेची जा रही हैं, जिससे फसलों को नुकसान हो रहा है। अधिकारी और मिलर्स की मिलीभगत भाकियू का कहना है कि हर साल देरी से शुरू होने वाली सरकारी खरीद के कारण किसानों को अपनी फसल कम दामों पर बेचनी पड़ती है। सरकार, अधिकारी और मिलर्स की मिलीभगत से किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाता है।
कैथल में धान खरीद को लेकर भाकियू का एक्शन प्लान:18 को सभी जिला मुख्यालयों पर भूख हड़ताल, डीसी को सौंपेंगे ज्ञापन
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