कैथल के पुंडरी में नगरपालिका ने धर्मशाला पर ताला लगा दिया। नगरपालिका ने बिना किसी पूर्व सूचना के कश्यप धर्मशाला पर ताला लगाया। इस कार्रवाई से नाराज कश्यप समाज के लोग सड़कों पर उतर आए और नगरपालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन के दबाव में नगरपालिका ने धर्मशाला का ताला तो खोल दिया, लेकिन इस पर अपना मालिकाना हक जता दिया। नगरपालिका का दावा है कि यह संपत्ति उनकी है। वहीं कश्यप समाज का कहना है कि 1984 में यह जगह उन्हें दी गई थी। समाज के लोगों ने चंदा इकट्ठा करके इस धर्मशाला का निर्माण किया था। धर्मशाला के प्रधान राजकुमार ने बताया कि समाज के लोगों के पास शादी-विवाह और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों के लिए यही एकमात्र स्थान है। समाज का आरोप है कि यह कार्रवाई राजनीति प्रेरित है। कश्यप समाज ने नगरपालिका सचिव पर आरोप लगाया है कि वे ताला लगाने का कारण नहीं बता पा रहे हैं। प्रधान के अनुसार, नगरपालिका ने इस संबंध में कोई नोटिस भी जारी नहीं किया। समाज के प्रतिनिधियों ने जब नगरपालिका से संपर्क करने का प्रयास किया, तो उनकी ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला।
कैथल में नगरपालिका ने धर्मशाला पर लगाया ताला:लोगों के प्रदर्शन करने पर खोला, बोले- बिना नोटिस दिए कार्रवाई की
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