कैथल के गुहला-चीका क्षेत्र में बाढ़ बचाव प्रबंधाें को लेकर पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता कुलवंत बाजीगर ने अलग-अलग स्थानों का दाैरा किया। उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते कार्यवाही नहीं हुई और बाढ़ आई तो जनता के बीच प्रशासन को जवाब देना पड़ेगा। उनका कहना है कि अधिकारी सिर्फ कागजी कार्यवाही और फोटो खिंचवाने में व्यस्त हैं, जबकि असल जरूरत जमीन पर मेहनत की है। महज 10 हजार मिट्टी के बैग भरे उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को कहा कि अगर क्षेत्र में कहीं पर भी बाढ़ के हालात बने तो वे अधिकारियों को पानी में खड़े कर निकासी को दुरुस्त करवाएंगे। कुलवंत ने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए जहां व्यापक तैयारी की आवश्यकता थी, वहां अधिकारियों के पास फिलहाल महज दस हजार मिट्टी से भरे कट्टे ही तैयार हैं। एक लाख की है जरूरत अगर बाढ़ आती है, तो कम से कम एक लाख से ज्यादा मिट्टी के कट्टों की जरूरत पड़ेगी। जमीनी हकीकत ये है कि आपदा से निपटने का कोई भी ठोस इंतजाम नहीं है। पिछले साल साइफन की सफाई न होने से पानी की निकासी रुक गई थी और दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए थे। हजारों एकड़ फसल तबाह हो गई और लाखों का नुकसान हुआ। इस साल फिर वही लापरवाही दोहराई जा रही है। न नहरों की सफाई हुई, न साइफनों की मरम्मत, और न ही रेत व मिट्टी के कट्टों का पर्याप्त भंडारण किया गया है। पटियाला के समाना क्षेत्र की एसडीएम रिचा गोयल ने हरियाणा प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि अब तक ज़मीन पर कोई सफाई कार्य नहीं हुआ। उन्होंने हरियाणा के अधिकारियों से पत्राचार किया है और कहा कि वह खुद भी हरियाणा के उच्च अधिकारियों से संपर्क करेंगी।
कैथल में पूर्व विधायक पहुंचे घग्गर पर, निकासी का जायजा:बोले- बाढ़ आई तो अधिकारियों को पानी में खड़ा करेंगे, लगाई क्लास
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