कैथल जिले के पूंडरी स्थित ढांड गांव में एक्शन एड, मनरेगा मजदूर एकता मंच हरियाणा और पिछड़ा वर्ग अधिकार मंच हरियाणा के सदस्यों ने मनरेगा मजदूरों से मुलाकात की। यह मुलाकात ‘सम्मानित मजदूर सुरक्षित भविष्य’ अभियान के तहत की गई। जॉब कार्ड में उपस्थिति दर्ज की मांग मनरेगा मजदूर एकता मंच हरियाणा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुरेश टांक ने मजदूरों की कई मांगें रखी। इनमें प्रमुख मांगें एक वर्ष में 200 दिनों का काम, 800 रुपए दैनिक मजदूरी और गांव से बाहर काम करने पर 25 प्रतिशत किराया भत्ता हैं। साथ ही सभी मनरेगा मजदूरों की उपस्थिति जॉब कार्ड में दर्ज करने की मांग भी की गई। 100 दिन का रोजगार मिलना चाहिए एच.आर.डी. एक्शन एड के सुखदेव ढांड ने बताया कि महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 के तहत हर मजदूर को साल में 100 दिन का रोजगार मिलना चाहिए, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति अलग है। बीपीएल श्रेणी से बाहर किया जा रहा जन कल्याण सोसाइटी हरियाणा के जिला करनाल अध्यक्ष राजेंद्र बस्तली ने एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया कि मनरेगा मजदूरों को बीपीएल श्रेणी से बाहर किया जा रहा है। कार्यक्रम में नीलम, सुदेश, सीतो, सोना, मूर्ति, अनारकली, राजकली, राजबीर मेट, बलवान, मदन, बलकार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
कैथल में मनरेगा मजदूरों से मिले एक्शन एड पदाधिकारी:200 दिन का काम और 800 रुपए मजदूरी, किराया भत्ते की मांग
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