कैथल में हिसार के सांसद जयप्रकाश ने प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर निशाना साधा है। विधानसभा में काम रोको प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए जयप्रकाश ने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने सदन को इसलिए नहीं चलने दिया, क्योंकि हरियाणा सरकार का रवैया तानाशाही पूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। लोगों में हो रहा भय का माहौल अपने कैथल निवास पर जारी एक बयान में जयप्रकाश ने कहा कि प्रदेश में हत्या, बलात्कार, चोरी, डकैती, अपहरण और फिरौती की घटनाएं आम हो गई हैं, जिससे लोग भय के माहौल में जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा का सत्र जनता के मुद्दों पर चर्चा के लिए बुलाया जाता है, लेकिन सरकार ने इन मुद्दों पर बहस से इनकार कर दिया। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह केंद्र ने वोट चोरी जैसे मुद्दों पर चर्चा से भागने की कोशिश की, उसी तरह हरियाणा सरकार भी कानून व्यवस्था जैसे गंभीर मुद्दों पर चुप्पी साधे रही। जयप्रकाश ने यह भी सवाल उठाया कि क्या भारत सरकार ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश माने या नहीं, इस पर भी सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जब सत्ताधारी दल निरंकुश हो जाता है और संसदीय व्यवस्था में उसका विश्वास खत्म हो जाता है, तो विपक्ष के पास गतिरोध पैदा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता। कांग्रेस ने इसी जिम्मेदारी को निभाते हुए विधानसभा में गतिरोध पैदा किया। उन्होंने बताया कि अब 26 तारीख को इस मुद्दे पर सभी तथ्य सामने आ जाएंगे। मनीषा मामले पर दी प्रतिक्रिया भिवानी के मनीषा मामले को लेकर जयप्रकाश ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस सरकार में तानाशाही प्रवृत्ति हावी हो गई है। मामले की गहन जांच की जानी चाहिए। जयप्रकाश ने कहा कि विपक्ष ने इस मुद्दे पर विधानसभा में गतिरोध पैदा कर और काम रोको प्रस्ताव पास करवा अपनी जिम्मेदारी निभाई। सांसद ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाएं और सरकार की नाकामियों को उजागर करें।
कैथल में सांसद जयप्रकाश का सरकार पर निशाना:कहा- सत्ताधारी दल निरंकुश हो जाए तो विपक्ष करता है गतिरोध, यही रहता है विकल्प
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