कैथल जिले में मार्च माह में सिलेक्ट हुए डॉक्टरों अभी तक जिले के अस्पताल में ड्यूटी जॉइन नहीं की है। ऐसे में अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं में कोई सुधार नहीं हुआ है। आज भी मरीजों को इलाज के लिए लाइनों में खड़े होकर इंतजार करना पड़ रहा है। अस्पताल में डॉक्टरों के पद खाली पड़े हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जो नए डॉक्टर विभाग को मिले हैं, वे और बड़ी पोस्ट पाने की तैयारी में हैं, ऐसे में अभी तक उन्होंने ड्यूटी जॉइन नहीं की। अस्पताल में एमओ के 55 पद बता दें कि कैथल सिविल अस्पताल में इस समय डॉक्टरों के 55 पद स्वीकृत हैं, इनमें से केवल 43 पदों पर ही मेडिकल आफिसर मौजूद हैं। मार्च माह में 11 नए डॉक्टरों के आने की लिस्ट जारी हुई थी, लेकिन उनमें से भी अभी तक केवल चार ने ही ड्यूटी संभाली है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग उम्मीद जता रहा है। आगामी कुछ दिनों में सभी डॉक्टर ड्यूटी ज्वाइन कर लेंगे, लेकिन अगर उन्हें पद बड़ा मिलता है तो उनके ड्यूटी जॉइन करने की लोकेशन भी बदल जाएगी। इनके नाम हैं शामिल कैथल में चुने गये डॉक्टरों में डॉ. शंकर लाल सैनी , डॉ. ज्योति, डॉ. आकाश सोलंकी, डॉ. आशीष , डॉ. नजमीन, डॉ. अभिलाषा , डॉ. दीपक कुमार, डॉ. हैप्पी शर्मा, डॉ. महेष कुमार, डॉ. मोहित व डॉ. संजीव पूनिया शामिल हैं। नियुक्ति के बावजूद डाॅक्टर ज्वाइनिंग नहीं कर रहे हैं, जिससे मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है। विशेषज्ञ डॉक्टर न होने के कारण मरीजों को इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों में महंगे खर्च पर इलाज करवाना पड़ रहा है। जिले में कई सीएचसी और पीएचसी में तो एक भी डॉक्टर नहीं है। एक पीएचसी के पास 15 से अधिक गांव होते हैं। ऐसे में अंदाजा लगा सकते हैं कि बिना डॉक्टरों के क्या हालात होंगे। मरीजों को मजबूरन निजी अस्पतालों में महंगे रेटों में इलाज कराना पड़ रहा है। जिला नागरिक अस्पताल के पीएमओ डॉ. दिनेश कंसल ने बताया कि जिला अस्पताल को 11 नए एमओ मिले हैं। इनमें से 4 का मेडिकल होने के बाद ज्वाइन कर लिया है। उम्मीद है कुछ दिन में सभी डॉक्टर ज्वाइन कर लेंगे।
कैथल सिविल अस्पताल को नहीं मिल रहे नए डॉक्टर:मार्च माह में 11 की लिस्ट आई, केवल चार ने ड्यूटी जॉइन की
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