कैराना सांसद इकरा हसन के साथ अभद्रता! ADM पर लगे गंभीर आरोप, सपा बोली- जनता के नौकर…

by Carbonmedia
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उत्तर प्रदेश स्थित कैराना लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद इकरा हसन के साथ अभद्रता का मामला सामने आया है. मामला बीती एक जुलाई का बताया जा रहा है. जानकारी के अनुसार कैराना सांसद इकरा हसन सहारनपुर की छुटमलपुर से नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन के साथ क्षेत्र की समस्याओं को लेकर एडीएम प्रशासन से मिलने गई थीं. दोपहर एक बजे एडीएम से संपर्क करने पर पता चला की वो अभी लंच के लिए गए हुए है. 
बताया गया कि लंच के बाद इकरा हसन करीब तीन बजे एडीएम के कार्यालय पहुंची. इस दौरान एडीएम ने इकरा के साथ मौजूद छुटमलपुर की नगर पंचायत अध्यक्ष को किसी मामले में डांट दिया. इकरा हसन ने जब बीच में हस्तक्षेप किया तो एडीएम संतोष बहादुर ने इकरा हसन को कथित रूप से अपने कार्यालय से बाहर निकलने के लिए कह दिया और ये भी कहा कि ये उनका दफ्तर है और वो कुछ भी कहने ओर करने के लिए स्वतंत्र है.
सपा सांसद इकरा हसन ने एडीएम की एक लिखित शिकायत सहारनपुर के मंडलायुक्त अटल राय के साथ साथ प्रमुख सचिव नियुक्ति से भी की है. इसके अलावा एक शिकायत पत्र लखनऊ भी भेजा गया है. सपा सांसद द्वारा की गई शिकायत के बाद मंडलायुक्त ने पूरे मामले की जांच के आदेश डीएम सहारनपुर मनीष बंसल को दिए है. वहीं एडीएम संतोष बहादुर ने कहा  कि उन्होंने सांसद के साथ कोई भी अभद्रता नहीं की गई है जो आरोप लग रहे है वो निराधार हैं. 
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एडीएम ने आरोपों पर क्या कहा?अपर जिलाधिकारी प्रशासन संतोष बहादुर सिंह ने बताया यह प्रकरण 1 जुलाई 2025 का है. मैं बाहर फील्ड में था और मेरा मोबाइल वाइब्रेशन पर लग गया था जिस वजह से मैं मोबाइल देख नहीं पाया और मुझे एडीएम फाइनेंस द्वारा बताया गया कि  सांसद उनके कार्यालय पर बैठी हैं तो मैंने जैसे ही सुना तो मैं बाहर से लौट आया. 5 से 7 मिनट पर मैं ऑफिस पर आ गया. मैंने सांसद को बुलाया. इसके बाद वह कार्यालय पर आईं और उन्होंने नाराजगी जताई जिस पर मैंने कहा कि मेरा फोन वाइब्रेशन पर था और मैं फोन नहीं देख पाया. जैसे ही मुझे सोचना मिली मैं आ गया. जिसमें सांसद ने छुटमलपुर नगर पंचायत को लेकर शिकायत की जिस पर मैंने कहा कि मैंने अधिकारियों को बुलवाया था. फिर मैंने कहा कि जो भी आपकी शिकायत है वह लिखित में दे दीजिए लेकिन उन्होंने मना कर दिया. 
उन्होंने कहा कि शासनादेश के अनुसार लिखित शिकायत पर ही कार्रवाई की जाती है. वार्ता सिर्फ इतनी हुई मैं लोक सेवक हूं और मुझे अपनी सीमा पता है. सांसद को कैसे कोई कुछ कह सकता है और जो यह आरोप लगाए गए हैं पूरी तरह से निराधार हैं. शासन से निर्देश प्राप्त है जनप्रतिनिधि गणो का सम्मान किया जाना चाहिए और मैं उसका पालन कर रहा हूं.
इस मामले पर सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि जनता के नौकर और जनता के सेवक मे फर्क होता है भाजपा की सरकार अधिकारी चला रहे है जो बेलगाम हैं. सपा सांसद इकरा हसन एक महिला है और एक महिला से ADM प्रशासन संतोष बहादुर सिंह अभद्रता करते हैं. जनता का काम ना करना पड़े केवल घूसखोरी भ्र्ष्टाचार का चारो तरफ बोलबाला है. ऐसे अधिकारी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज होना चाहिये कठोर करवाई होनी चाहिये.

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