12 सितंबर को दिशा पाटनी के यूपी स्थित घर पर हुई फायरिंग के आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में बुधवार (17 सितंबर) को ढेर कर दिया. हरियाणा के एसटीएफ एसपी वसीम अकरम ने बताया कि एक आरोपी का आपराधिक इतिहास रहा है और दूसरे के आपराधिक इतिहास की जांच की जा रही है. एसटीएफ एसपी ने बताया कि गाजियाबाद के ट्रॉनिका पुलिस स्टेशन के एरिया में आज शाम तो 7 बजे के करीब एक वारदात हुई. इसमें हरियाणा पुलिस की एसटीएफ की टीम और दिल्ली पुलिस की टीम को सूचना प्राप्त हुई थी कि दो संदिग्ध जो बरेली में दिशा पाटनी के घर के ऊपर फायरिंग में शामिल थे, उन्हें गाजियाबाद में लोकेट किया गया. इन लोगों के सोनीपत से संबंध होने की सूचना आई थी.
रोकने की कोशिश की तो पुलिस पर की फायरिंग
इसके आगे उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में लोकेट करने के बाद इनको जब रोकने की कोशिश की गई तो इन्होंने पुलिस की टीमों को चैलेंज करके उनके ऊपर फायरिंग करनी शुरू की. इस फायरिंग के दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों संदिग्धों को गोलियां लगीं. इनको तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इनको मृत घोषित किया गया.
एक दिल्ली पुलिसकर्मी घायल
एसटीएफ एसपी ने बताया कि इस कार्रवाई में हरियाणा पुलिस की टीम की सरकारी गाड़ी पर भी फायरिंग लगे हैं. इसके अलावा दिल्ली पुलिस के कर्मी को बाजू में गोली लगी है जिसका अभी इलाज कराया जा रहा है.
Haryana: STF SP Waseem Akram says, “Haryana Police STF, along with Delhi Police Special Staff, received information about two suspects linked to a firing incident at Disha Patani’s house in Bareilly. The UP government had announced a reward of ₹1 lakh on these suspects…The… https://t.co/kHcxnVs4e6 pic.twitter.com/5FmjQmSIVU
— IANS (@ians_india) September 17, 2025
रविंद्र के खिलाफ हरियाणा में छह मामले दर्ज
वसीम अकरम ने मीडिया को जानकारी दी कि इसमें से एक आरोपी का नाम रविंद्र था जिसके खिलाफ हरियाणा में छह मुकदमे पहले से दर्ज हैं. दूसरे की पहचना अरुण के नाम पर हुई है. क्या उसके खिलाफ कोई आपराधिक इतिहास है, इसकी हम जांच कर रहे हैं. अरुण के बारे में पता चला है कि वो सोनीपत का निवासी है. आरोपियों को कब्जे से दो ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद हुए हैं. भगौड़े अपराधियों की गैंग ने दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग को क्लेम किया था. उसी गैंग से संबंधित ये आरोपी लगते हैं. यूपी सरकार की तरफ से इन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था.