Kaushambi News: कौशांबी जिले के सैनी थाना क्षेत्र में बच्ची से कथित दुष्कर्म और इसके बाद हुई घटनाओं को लेकर अब मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने इस प्रकरण की जांच कराने का निर्णय लिया है. आयोग 13 जून को एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ित पक्ष से मिलने और घटनास्थल का निरीक्षण करने के लिए भेजेगा.
आपको बता दें कि, 28 मई को सैनी थाना क्षेत्र की एक बच्ची की ओर से सिद्धार्थ नाम के युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसके बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया. लेकिन 4 जून को आरोपी के पिता रामबाबू तिवारी ने बेटे को झूठा फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद मामला और ज्यादा संवेदनशील हो गया. रामबाबू के बेटे अक्षय की तहरीर पर गांव के प्रधान भूप नारायण पाल, उनके भाई वीरेंद्र समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ. इनमें से दो आरोपितों को जेल भी भेजा जा चुका है.
मामले में शुरू हुई राजनीतिइस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है. कल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर भाजपा पर जातियों के बीच तनाव फैलाने का आरोप लगाया, इसमें उन्होंने डिप्टी सीएम की तरफ इशारा किया. इसके जवाब में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा पर जातिगत राजनीति करने और समाज को बांटने का आरोप लगाया.
पीड़ित परिवार को किया जा रहा प्रताड़ितइस पूरे घटनाक्रम पर मंगलवार को हुई राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की बैठक में सदस्य विनोद कुमार ने कहा कि घटना में पीड़ित परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है और मामले में निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हो रही. इसके बाद आयोग के अध्यक्ष ने उपाध्यक्ष सूर्यप्रकाश पाल के नेतृत्व में जांच के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया. इस प्रतिनिधिमंडल में सदस्य विनोद कुमार, बाबा बालक दास, ऋचा राजपूत और अशोक कुमार शामिल होंगे. आयोग की टीम 13 जून को कौशांबी पहुंचकर दोनों पक्षों से बातचीत करेगी और अपनी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेगी.
कौशांबी दुष्कर्म प्रकरण की जांच करेगा पिछड़ा वर्ग आयोग, 13 जून को जाएगा प्रतिनिधिमंडल
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