यदि यह भविष्यवाणी सच होती है, तो यह इतिहास का एक निर्णायक मोड़ होगा, और पूरी दुनिया को एक नई दृष्टि देगा. 14वें दलाई लामा (Dalai Lama) ने हाल के वर्षों में जो कहा है, वह केवल धार्मिक विचार नहीं, बल्कि बौद्ध धर्म की परंपरागत तुलकु प्रणाली पर एक क्रांतिकारी पुनर्विचार है. वे स्वयं कह चुके हैं कि अगला दलाई लामा एक वयस्क हो सकता है, और यदि समय उपयुक्त हो तो एक महिला भी.
क्या यह केवल आध्यात्मिक विकास की बात है, या चीन की राजनीतिक दखल पर एक आध्यात्मिक जवाब? शास्त्र, परंपरा और आधुनिक संदर्भ में इस चौंकाने वाली सम्भावना को समझते हैं.
परंपरा को चुनौती! दलाई लामा ने क्यों कहा, अगला दलाई लामा महिला हो सकती हैIf a female Dalai Lama is more useful, then logically she should come. यह कथन पहली बार 2009 में दिया था, और इसके बाद 2015 और 2019 में इसे दोहराया और स्पष्ट किया.
दलाई लामा का यह कथन उस परंपरा से एकदम विपरीत है, जिसमें सदियों से बालक का पुनर्जन्म खोजा जाता रहा है. इस बार वे कह रहे हैं कि धर्म के हित में रूप-लिंग से ऊपर उठकर सेवा की भावना सर्वोपरि होनी चाहिए.
क्या शास्त्र इसकी अनुमति देते हैं?बिल्कुल, महायान बौद्ध धर्म और वज्रयान परंपरा में लिंग के आधार पर बोधिसत्व बनने की कोई रोक नहीं है. इसके शास्त्रीय प्रमाण भी हैं:
सारिपुत्र सूत्र (Mahayana) में बताया गया है All sentient beings possess Buddha-nature, regardless of gender. इसका उदाहरण भी मिलता है. Jetsunma Tenzin Palmo एक महिला योगिनी, जिन्हें पश्चिम में female Tulku के रूप में मान्यता प्राप्त है. वहीं Yeshe Tsogyal गुरु पद्मसंभव की प्रमुख शिष्या, जिन्हें द्वितीय बुद्ध भी कहा जाता है.
वयस्क रूप में पुनर्जन्म? क्या यह संभव है?14वें दलाई लामा (Dalai Lama) के अनुसार If the institution is not helpful anymore, I may choose not to reincarnate at all. इसका अर्थ कि वे पारंपरिक शिशु रूप में पुनर्जन्म के नियम को अब धर्मोपयोगी नहीं मानते.
यदि लोकहित की दृष्टि से कोई वयस्क रूप में पुनर्जन्म लेकर तत्काल सेवा कर सकता है, तो वह रूप भी मान्य हो सकता है. दलाई लामा ने बार-बार कहा है कि चीन तिब्बत में राजनीतिक रूप से नया दलाई लामा स्थापित करने की कोशिश कर सकता है.
इसीलिए उन्होंने दुनिया को सावधान किया कि People should not recognize any Dalai Lama chosen for political ends by China यानि लोगों को चीन द्वारा राजनीतिक उद्देश्यों के लिए चुने गए किसी भी दलाई लामा को मान्यता नहीं देनी चाहिए.
वे पुनर्जन्म के आध्यात्मिक अधिकार को संप्रभुता और आत्मनिर्णय के साथ जोड़ते हैं. जो एक बड़ी बात जान पड़ती है.
क्या-क्या बदल सकता है?
संभावित बदलाव
परंपरागत नियम
दलाई लामा का सुझाव
लिंग
केवल पुरुष
महिला भी संभव
उम्र
बालक ही मान्य
वयस्क भी संभव
पुनर्जन्म प्रणाली
स्थिर
लचीली, समयानुकूल
चीन की भूमिका
तिब्बती परंपरा
चीन का हस्तक्षेप अमान्य
यदि दलाई लामा महिला बनीं तो क्या होगा?यदि अगला दलाई लामा एक महिला रूप में अवतरित होती हैं, तो यह केवल धर्म के इतिहास में नहीं, बल्कि विश्व नेतृत्व, राजनीति, लिंग समानता और धार्मिक पुनर्जागरण के क्षेत्र में भी एक क्रांतिकारी घटना होगी. जिसके गंभीर मायने हो सकते हैं-
वैश्विक धार्मिक नेतृत्व में क्रांति
बौद्ध धर्म में स्त्री सशक्तिकरण का ऐतिहासिक क्षण
धार्मिक अधिकार पर राजनीतिक नियंत्रण की चुनौती
युगों से चलती पुनर्जन्म पहचान प्रक्रिया पर पुनर्विचार
FAQQ1. क्या पहले कभी कोई महिला दलाई लामा रही है?नहीं, अभी तक सभी दलाई लामा पुरुष रहे हैं, लेकिन महायान परंपरा में कई महिला बोधिसत्व और तुलकु हुए हैं.
Q2. क्या वयस्क रूप में पुनर्जन्म संभव है?पारंपरिक रूप से बालक की खोज होती रही है, लेकिन दलाई लामा ने संकेत दिए हैं कि जरूरत पड़ने पर वयस्क रूप भी मान्य हो सकता है.
Q3. क्या यह चीन के हस्तक्षेप के खिलाफ कोई रणनीति है?हां, यह धार्मिक संप्रभुता और चीन के राजनैतिक दखल के विरुद्ध एक आध्यात्मिक चेतावनी मानी जा रही है.
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