Maharashtra News: महाराष्ट्र के विकास पथ पर एक और ऐतिहासिक मील का पत्थर जुड़ गया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस , दोनों उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने गुरुवार को ‘हिंदुहृदयसम्राट बाळासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग’ के अंतिम हिस्से इगतपुरी से आमणे (76 किलोमीटर) का उद्घाटन किया.
इसके साथ ही यह महामार्ग अब पूरी तरह से आम नागरिकों के लिए खोल दिया गया है, जो राज्य के 24 जिलों को आपस में जोड़ता है. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा, “यह सिर्फ एक हाईवे नहीं, बल्कि आधुनिक इंजीनियरिंग का अद्भुत उदाहरण है. यह महामार्ग सुरक्षित, पर्यावरण-संवेदनशील और टिकाऊ आधार पर तैयार किया गया है.
नागपुर से मुंबई महज सिर्फ 8 घंटे में
इससे विदर्भ और मुंबई के बीच की दूरी अब कम होगी और यह राजमार्ग आने वाले समय में राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनेगा. करीब 701 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे नागपुर से शुरू होकर मुंबई तक जाता है. पहले जहां इस सफर में 16 घंटे लगते थे, अब यह महज 8 घंटे में तय किया जा सकेगा, जिससे लॉजिस्टिक्स, उद्योग और व्यापार को नई गति मिलेगी.
मुख्यमंत्री फडणवीस ने भावुक होकर कहा, “जब यह परियोजना पूर्ण हो गई है, तो मुझे अपनी पुरानी मेहनत और संकल्प याद आ रहे हैं. मैंने जो वादा किया था, आज उसे निभाने का गर्व है.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस उपलब्धि की सराहना करते हुए सीएम देवेंद्र फडणवीस और NDA सरकार को बधाई दी. इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री के नेतृत्व को महाराष्ट्र की सफलता की कुंजी बताया.
पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्रों का मुख्य विकास धारा से जूड़ाव
राज्य सरकार ने इस महामार्ग को ‘Ease of Living’ और अधोसंरचना विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करार दिया है. यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्रों को मुख्य विकास धारा से जोड़ेगा. समृद्धि महामार्ग अब महाराष्ट्र की प्रगति, रोज़गार और निवेश के नए अवसरों का रास्ता खोलने जा रहा है. यह भविष्य की एक समृद्ध तस्वीर पेश करता है.