गुजरात के वडोदरा में हुए मुजपुर-गंभीरा पुल हादसे को लेकर स्थानीय नेता विकी श्रीमाली ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि 10 दिन पहले ही ब्रिज को लेकर वीडियो वायरल किया गया था. यह ब्रिज पहले से ही जर्जर हालत में था और हिल रहा था. ब्रिज पर गड्ढों के कारण वाहन एक ही स्थान पर इकट्ठा हो जाते थे.
विकी श्रीमाली का कहना है कि स्थानीय प्रशासन को इस बारे में पहले ही सूचित किया गया था, लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो वीडियो वायरल किया गया, फिर भी किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया. अगर गड्ढे भरते समय ब्रिज हिल रहा था, तो इसकी जानकारी क्यों नहीं दी गई?
उन्होंने कहा कि अब भी टूटे हुए ब्रिज के नीचे लोहे की छड़ें साफ दिखाई दे रही हैं. उन्होंने कहा, “मैंने 9 जुलाई को हक की बात के माध्यम से गंभीरा ब्रिज की जर्जर स्थिति को वीडियो के जरिए सामने लाया था. इसके बावजूद, मेरी मांगों के बावजूद ब्रिज पर पड़े गड्ढों, नीचे के पिलरों में आई दरारों और स्लैब में बने खतरनाक छेदों की मरम्मत नहीं की गई, जिसकी वजह से यह भयावह दुर्घटना घटी.
विकी श्रीमाली ने आगे कहा, “मैंने यह भी मांग की थी कि ब्रिज की हालत खराब है, इसलिए भारी वाहनों की आवाजाही तुरंत बंद की जाए. लेकिन, प्रशासन की गंभीर लापरवाही के कारण हुए हादसे में 20 लोगों की जान चली गई और अब भी एक युवक की तलाश जारी है.
गंभीरा पुल हादसे को लेकर स्थानीय नेता को बड़ा दावा, ‘अगर गड्ढे भरते समय ब्रिज हिल रहा था, तो…’
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