Ghaziabad News: गाजियाबाद की डासना जिला कारागार में जेल अधीक्षक ने जेल के बाहर मुलाकातियों की पर्ची बनाने वाले स्थान पर टीम के साथ छापामार कार्रवाई की. दरअसल यहां शिकायत मिल रही थी कि एक पर्ची बनाने वाला मुलाकातियों से मिलाई की पर्ची बनाने के एवज में अवैध रूप से पैसों की उगाही कर रहा है. इसी शिकायत पर जेल अधीक्षक ने पर्ची घर पर टीम के साथ छापेमारी की. जेल अधीक्षक की कार्रवाई में पर्ची बनाने वाले पर लगे आरोप सही पाए गए. जेल अधीक्षक ने तुरंत उस पिटीशन लेखक का लाइसेंस कैंसिल कर दिया.
गाजियाबाद जिला डासना कारागार के जेल सुपरिंटेंडेंट सीताराम शर्मा ने बताया कि उनको शिकायत मिली थी कि जेल में बंद कैदियों से जो लोग मुलाकात करने आते हैं, उनकी पर्ची बनाने के नाम पर एक पिटीशन लेखक पैसे वसूल रहा है. इस शिकायत के संज्ञान में आने के बाद खुद जेल अधीक्षक साधे कपड़ों में अपनी टीम के साथ मुलाकात घर पहुंचे. यहां उन्होंने देखा की एक पिटीशन लेखक जिसका नाम कुलदीप है, वह जल्द पर्ची बनाने के नाम पर लोगों से अधिक पैसा ले रहा है. शासन स्तर से मुलाकात की पर्ची का शुल्क 10 रुपए रखा गया है.
जेल अधीक्षक ने पिटीशन लेखक लाइसेंस किया निरस्त
जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने तुरंत उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया और उसको वहां से हटवा दिया. जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया की डासना जेल में फिलहाल 400 के करीब कैदी बंद है. जिनसे मुलाकात के लिए करीब 300 लोग आते हैं. जेल में मुलाकात घर में पांच पिटीशन लेखक थे. जिनके कागज और अन्य चीजों को वेरीफाई करने के बाद उनको जेल स्तर से लाइसेंस दिया जाता है. इस पिटीशन लेखक कुलदीप की शिकायत मिलने के बाद उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है और उसको वहां से हटा दिया गया है.
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