गुजरात में ग्राम पंचायत चुनाव के लिए मतदान कल, 10 हजार से ज्यादा बूथ पर होगी वोटिंग

by Carbonmedia
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Gujarat Election: गुजरात राज्य में रविवार (22 जून) को ग्राम पंचायतों के आम और उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी. राज्य चुनाव आयोग ने 8,326 ग्राम पंचायतों के आम, विभाजन, मध्यावधि और उपचुनाव के कार्यक्रम घोषित कर दिए हैं. रविवार सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होने वाले इस मतदान में लगभग 81 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इन चुनावों के नतीजे 25 जून को घोषित किए जाएंगे. 
रविवार को होने वाले इन चुनावों में कुछ जगहों पर रद्दीकरण की घोषणा की गई है. कडी और विसावदर विधानसभा के उपचुनाव के कारण कडी, जोटाना, भेंसन, विसावदर, जूनागढ़ ग्रामीण और बागसरा तालुका में ग्राम पंचायत चुनाव रद्द कर दिए गए हैं. 
गुजरात में 3,656 सरपंच के लिए चुनाव
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार कुल 4,564 ग्राम पंचायतों में से 751 पंचायतें निर्विरोध घोषित की गई हैं, जबकि 272 पंचायतों में नामांकन न होने के कारण सीटें खाली रह गई हैं. इस प्रकार, सामान्य, संभाग और मध्यावधि चुनाव के लिए कुल 3,541 पंचायतों में और उपचुनाव के लिए 353 पंचायतों में मतदान होगा. राज्य भर में कुल 3,656 सरपंच और 16,224 सदस्य के चुनाव होंगे.
10,479 मतदान केंद्रों पर पूरी व्यवस्था
सुचारू मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए राज्य भर में 10,479 मतदान केंद्रों पर व्यवस्था की गई है. इनमें से 3,939 संवेदनशील और 336 अति संवेदनशील केंद्रों के रूप में पहचाने गए हैं. मतदाताओं के लिए ईपीआईसी कार्ड अनिवार्य होगा, हालांकि, असाधारण परिस्थितियों में, 14 वैध पहचान दस्तावेजों में से किसी के साथ भी मतदान किया जा सकता है. 
बैलेट पेपर से मतदान
मतदान बैलेट पेपर के माध्यम से होगा. सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल और गश्ती दल तैनात किए जाएंगे. चुनाव से 48 घंटे पहले सार्वजनिक सभाओं और सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
1400 पंचायतों का कार्यकाल 30 जून को होगा खत्म
गौरतलब है कि गुजरात में 4,000 से अधिक ग्राम पंचायतें पिछले तीन सालों से प्रशासक शासन के अधीन हैं और अन्य 1,400 पंचायतों का कार्यकाल 30 जून, 2025 को समाप्त होने वाला है. ये चुनाव 27% ओबीसी, 14% एसटी और 7% एससी आरक्षित सीटों के साथ होंगे, जो कि गुजरात सरकार के अगस्त 2023 के निर्णय और जस्टिस झवेरी आयोग की सिफारिशों के अनुरूप है. 
स्थानीय नेतृत्व को बढ़ावा देने और ग्रामीण विकास को गति देने के लिए इन चुनावों को सुचारू तथा पारदर्शी बनाने के लिए राज्य चुनाव आयोग ने व्यापक तैयारियां की हैं. नागरिकों से चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने और आदर्श आचार संहिता का पालन करने की अपील की गई है.
 

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