गुजरात में बनेगी देश की पहली कॉपरेटिव यूनिवर्सिटी, अमित शाह कल करेंगे भूमिपूजन और शिलान्यास

by Carbonmedia
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Union HM Amit Shah in Gujarat: केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह शनिवार (5 जुलाई, 2025) को देश की पहली राष्ट्रीय स्तर की कॉपरेटिव यूनिवर्सिटी का भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे. संयुक्त राष्ट्र (UN) ने इस साल अंतरराष्ट्रीय कॉपरेटिव वर्ष मनाने का ऐलान किया है. अब जुलाई के पहले शनिवार (5 जुलाई, 2025) को अंतरराष्ट्रीय कॉपरेटिव दिवस मनाया जाएगा.
‘कॉपरेटिवीज बिल्ड ए बैटर वर्ल्ड’ रखा गया है कॉपरेटिव दिवस का थीम
ऐसे में अब अंतरराष्ट्रीय कॉपरेटिव दिवस के दिन भारत में पहली कॉपरेटिव यूनिवर्सिटी का भूमिपूजन और शिलान्यास होगा. इस यूनिवर्सिटी का शिलान्यास केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह करेंगे. इस अंतरराष्ट्रीय कॉपरेटिव दिवस का थीम- कॉपरेटिवीज बिल्ड ए बैटर वर्ल्ड- रखा गया है.
कार्यक्रम के दौरान मौजूद होंगे कई केंद्रीय और राज्य मंत्री
इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल और विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी की भी उपस्थिति रहेगी. कार्यक्रम में केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और मुरलीधर मोहोळ, गुजरात सरकार के शिक्षा मंत्री ऋषिकेश पटेल और सहकारिता मंत्री जगदीश विश्वकर्मा, सहकारिता मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी, TSU के कुलपति डॉ. जेएम व्यास सहित कई अन्य विशिष्ट अतिथि भी उपस्थित रहेंगे.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधार पर तैयार होगा यूनिवर्सिटी का शैक्षणिक ढांचा
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधार पर इस यूनिवर्सिटी का शैक्षणिक ढांचा लचीले और बहुविषयक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला प्रदान करेगा, जिसमें पीएचडी, प्रबंधकीय स्तर पर डिग्री, पर्यवेक्षक स्तर पर डिप्लोमा और संचालन स्तर पर प्रमाणपत्र शामिल होंगे. यह यूनिवर्सिटी अपने परिसर और अन्य राज्यों में विषय-विशेष स्कूल स्थापित करेगी और सहकारी शिक्षा और प्रशिक्षण की गुणवत्ता को मानकीकृत करने के लिए एक राष्ट्रीय नेटवर्क तैयार करेगी. राष्ट्रीय नेटवर्क तैयार करने के लिए यूनिवर्सिटी अगले चार वर्षों में 200 से अधिक मौजूदा सहकारी संस्थानों को साथ जोड़ने का प्रयास भी करेगी.
गुजरात के आनंद में बनेगा ‘त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी’
गुजरात के आनंद जिले में बनने वाली इस यूनिवर्सिटी का नाम ‘त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी’ होगा. दरअसल, मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में देश में पहली बार सहकारिता मंत्रालय बना है और सरकार का पूरा जोर ग्रामीण विकास को देखते हुए सहकारिता पर है.
एक आधिकारिक आंकड़े के अनुसार, दुनिया में 30 लाख कॉपरेटिव है. जबकि भारत में बनने वाली ये देश की पहली कॉपरेटिव यूनिवर्सिटी होगी. पैक्स के लिए भारत सरकार ने मॉडल बाय लॉस जारी किया है. इसके तहत 67,930 पैक्स का कंप्यूटराइजेशन हुआ है. इसके अलावा 18,183 डेयरी और फिशरी कॉपरेटिव रजिस्टर हुए हैं. देश में श्वेत क्रांति 2.0 के जरिए अगले 5 सालों में 50 फीसदी दूध के उत्पादन को बढ़ावा देना है.
उल्लेखनीय है कि अब हर साल सहकारिता दिवस मनाया जाएगा. यह दिवस हर साल जुलाई महीने के पहले सप्ताह के शनिवार को मनाया जाएगा.
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