Gujarat News: प्रधानमंत्री मोदी सोमवार (26) को गुजरात दौरे के दौरान वंदे भारत एक्सप्रेस सहित दो नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, इसमें से एक ट्रेन वलसाड से सीधे दाहोद के लिए शुरू की गई, स्थानीय निवासी गदगद हैं, उनके मुताबिक इससे आदिवासी समुदाय के लोगों को बहुत फायदा होगा, वलसाड की जनता ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया, उनका मत है कि इससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी.
स्थानीय निवासी विपुल कुमार ने कहा, ”वलसाड और दाहोद के बीच ट्रेन चलाई जा रही है, इससे पहले भी शुरू किया गया था, लेकिन बीच में इसका संचालन बंद कर दिया गया था, इसके दोबारा चालू होने से नौकरीपेशा लोगों को सुविधा होगी, पहले लोगों को वलसाड से दाहोद तक बस से सफर करना पड़ता था, इस दौरान समय ज्यादा लगता था, ट्रेन चलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत धन्यवाद.”
वलसाड-दाहोद के बीच ट्रेन चलने से लोगों में खुशी
स्थानीय अम्बू भाई पटेल ने बताया कि इससे पूरे आदिवासी समुदाय को लाभ मिलेगा, पहले लोगों को बस से सफर करना पड़ता था, जिससे बहुत परेशानी होती थी, बस से यात्रा के दौरा समय ज्यादा लगता है और पैसा भी ट्रेन के मुकाबले अधिक लगता था, बस से यात्रा के लिए पहले वलसाड से सूरत जाना पड़ता है उसके बाद दाहोद और बड़ोदा जाने के लिए बस बदलो, पीएम मोदी ने आदिवासियों के लिए अच्छा काम किया है.
ट्रेन चलने से लोगों को कैसे होगा फायदा?
वहीं, हितेश नाम के शख्स ने बताया, ”वलसाड और दाहोद के बीच आज ऐतिहासिक ट्रेन की शुरुआत पीएम ने की है, इससे यहां के लोगों को काफी फायदा होने वाला है, दाहोद के लोग यहां रोजगार के लिए आते हैं, ऐसे लोगों के लिए यह सौगात है.”
वलसाड और दाहोद के बीच रोजाना चलेगी ट्रेन
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को गुजरात दौरे के दौरान दाहोद से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वलसाड-दाहोद एक्सप्रेस नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाई, ट्रेन वलसाड-दाहोद एक्सप्रेस है, जो वलसाड और दाहोद के बीच रोजाना चलेगी, इसमें 17 कोच हैं और यह 346 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, यह वलसाड से सुबह 5:50 बजे रवाना होगी, ट्रेन संख्या 19011 वलसाड से दाहोद तक चलेगी, जबकि ट्रेन संख्या 19012 दाहोद से वलसाड के बीच चलेगी.
सोमनाथ से अहमदाबाद तक शुरू हुई वंदे भारत
वहीं, वेरावल सोमनाथ से अहमदाबाद तक शुरू हुई वंदे भारत के यात्रियों ने खुशी जताई. जूनागढ़ से आई महिला ने कहा, ”मैं सोमनाथ मंदिर दर्शन के लिए आई हूं, मैं वंदे भारत में पहली बार बैठी हूं, ये ट्रेन सोमनाथ से साबरमती तक जाएगी.”