दिल्ली जयपुर एक्सप्रेसवे पर नरसिंहपुर के पास भारी बारिश के पानी के कारण वाहनों का जाम लग गया. दिल्ली-एनसीआर में बारिश आते ही हर साल निकासी व्यवस्था पर करोड़ो खर्च की पोल खुल जाती है. आज (31 जुलाई) भी कुछ यही तस्वीर दिखी जब गुरुग्राम के सुभाष चौक से लेकर सदर थाने तक बारिश के कारण ना सिर्फ सड़क दरिया बन चुकी थी बल्कि घुटनों से ऊपर तक पानी भर गया था, गाड़ियां हों या फिर आम लोग सभी सड़क पर बने ‘दरिया’ को पार करके जा रहे थे.
बच्चे सड़क को नदी मान तैरते दिखाई दिए
हालात इतनी ख़राब थी की गाड़ियां बंद होकर फंस रहीं. उन्हें क्रेन से निकालना पड़ा. साथ ही बच्चे सड़क को नदी मान तैरते दिखाई दिए. जबकि राहगीर जान जोखिम में डालकर रास्ता पार करते दिखे.
गुरुग्राम के कई इलाकों में पेड़ गिर गए
बारिश और आंधी की वजह से गुरुग्राम के कई इलाकों में पेड़ गिर गए. नाले ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहते दिखे जो साइबर सिटी में जल निकासी की पोल खोल रहा है. यह हालात सिर्फ बारिश के वक्त नहीं बल्कि बारिश बंद होने के एक घंटे बाद भी वैसे ही बने रहे और नालों की सफाई न होने के कारण पानी निकलने का रास्ता गायब था. जिसकी वजह से दर्जनों गाड़ियां पानी में अटकी रहीं और कई दोपहिया वाहन फिसलते हुए नजर आए.
ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने दिखाई तत्परता
वहीं, जलभराव और अव्यवस्था के बीच गुरुग्राम के ट्रैफिक पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी निभाते दिखे और ट्रैफिक पुलिस जवान घुटनों तक पानी में खड़े रहकर ट्रैफिक को कंट्रोल कर रहे थे ताकि कोई वाहन गहरे हिस्से में न फंसे. आज की बारिश ने नगर निगम और प्रशासन की लापरवाही की पोल खोल दी है तो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तत्परता की तस्वीर भी दिखायी दी.
स्थानीय लोगों ने जाहिर की ये नाराजगी
स्थानीय लोगों का कहना है कि गुरुग्राम में हर साल बारिश में यही हालात होते हैं. लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकलता और गुरुग्राम जैसा स्मार्ट सिटी कहा जाने वाला इलाका कुछ घंटों की बारिश में ही पानी-पानी हो जाता है. ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि नालों की सफाई पर खर्च होने वाला करोड़ों का बजट का क्या होता है?