गुरुग्राम के जलभराव और कचरा प्रबंधन पर मंत्री की सख्ती:बंधवाड़ी वेस्ट मैनेजमेंट के लिचेट के बाहर रिसाव रोके, वाटर लॉगिंग का स्थायी समाधान हों

by Carbonmedia
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हरियाणा के उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह रविवार दोपहर बाद गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड स्थित बंधवाड़ी कचरा प्रबंधन प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लिचेट ट्रीटमेंट प्लांट को मुख्य परिसर के भीतर ही बनाया जाए ताकि गंदा रिसाव बाहर तक न पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राजीव चौक, सुभाष चौक, हीरो होंडा चौक, नरसिंहपुर जैसे स्थानों पर जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान के लिए लंबी योजना पर काम करें। प्रदूषण रोकने और पर्यावरण सुधारने को कहा मंत्री ने निर्देश दिए कि बंधवाड़ी प्लांट के फरीदाबाद रोड की ओर घने और सुंदर पेड़ लगाए जाएं ताकि क्षेत्र की हरियाली बढ़े और प्रदूषण स्तर में कमी आए। उन्होंने निर्देश दिया कि प्लांट की बाहरी परिधि पर बांध बनाकर वहां पौधारोपण करने के भी निर्देश दिए गए। गांवों के लिए अलग वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की संभावनाएं तलाशे राव नरबीर सिंह ने प्लांट के आस-पास बसे गांवों की पानी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अलग से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास और स्वच्छता के लिए ठोस योजनाएं बनाई जाएं। निगमायुक्त ने दी जानकारी नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया ने मंत्री को अवगत कराया कि प्लांट में व्यू-कटर लगाने का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है, जिससे इसकी बाहरी छवि में सुधार होगा। इसके अतिरिक्त चारदीवारी निर्माण, पौधारोपण और अंदरूनी सर्कुलर रोड का निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। दहिया ने बताया कि एनवीवीएनएल द्वारा भी इस प्लांट पर एक परियोजना प्रस्तावित है। बंधवाड़ी दौरे के बाद मंत्री ने राजीव चौक का भी निरीक्षण किया और वहां सौंदर्यकरण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके पश्चात स्थानीय लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में एक अहम बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें नजफगढ़ ड्रेन क्षेत्र में जलभराव की समस्या पर गंभीर मंथन किया गया।
सुखना लेक की तर्ज पर कृत्रिम झील का सुझाव बैठक में उद्योग मंत्री ने प्रस्ताव रखा कि नजफगढ़ ड्रेन क्षेत्र में चंडीगढ़ के सुखना लेक की तर्ज पर एक कृत्रिम झील बनाई जा सकती है, जिससे यह क्षेत्र एक प्रमुख पर्यटन स्थल में तब्दील हो सकता है। उन्होंने संबंधित विभागों को इस दिशा में व्यावहारिक प्रस्ताव तैयार करने को कहा। इस दौरान नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया, अतिरिक्त निगमायुक्त रविन्द्र यादव, डीएफओ सुभाष यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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