गुरुग्राम में नगर निगम कमिशनर के खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं करने पर जमानत वारंट जारी किया गया है। न्यायाधीश कुलदीप तिवारी ने एक ठेकेदार की याचिका पर ये आदेश दिए हैं। इस मामले में बुधवार को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। ठेकेदार की तरफ से हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मांग की थी उनकी तरफ से किए गए काम के 15.98 लाख रुपए देने के निर्देश दिए जाए। इस पर हाईकोर्ट ने आठ अप्रैल को नगर निगम को छह हफ्ते का समय देते हुए ठेकेदार को रुपए देने का आदेश दिया था। इसके बावजूद रुपए नहीं देने पर पीठ ने नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया। इसके साथ ही अदालत ने स्थानीय थाना प्रभारी को जमानती वारंट की अनुपालना के निर्देश दिए हैं। अगर थाना प्रभारी इसमें विफल होते हैं तो वह अदालत में पेश होकर इसका स्पष्टीकरण देंगे। नगर निगम अधिकारियों के ट्रांसफर हुए
इससे पहले, सोमवार देर रात गुरुग्राम में बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल किए गए। जिसमें सबसे ज्यादा नगर निगम और जीएमडीए के अधिकारियों के तबादले हुए हैं। चंडीगढ़ से कई आईएएस और एचसीएस अधिकारियों के तबादले आदेश जारी किए गए हैं। इनमें सबसे पहला नाम जीएमडीए के लैंड एक्यूजेशन ऑफिसर और श्री माता शीतला देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ अंकित कुमार का नाम है। उन्हें अब झज्जर में सब डिवीजनल-सिविल अधिकारी लगाया गया है। इन अधिकारियों का ट्रांसफर नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर अखिलेश कुमार को बादशाहपुर, संजीव कुमार को साउथ गुरुग्राम से बादशाहपुर एसडीएम लगाया गया है। इसके अलावा जिला परिषद सीईओ जगनिवास को झज्जर एडीसी, चीफ पैटर्न ऑफिसर मीतू धनखड़ को ज्वाइंट कमिश्नर नगर निगम सोनीपत लगाया है। इन्हें नई जिम्मेदारी मिली नए ऑफिसरों में वत्सल वशिष्ठ को चंडीगढ़ से एडीसी गुरुग्राम, डॉ. नरेश कुमार को सोनीपत नगर निगम से गुरुग्राम नगर निगम ज्वाइंट कमिश्नर, एडीएम झज्जर रविंद्र यादव को नगर निगम में ज्वाइंट कमिश्नर बनाया गया है। डाॅ. नरेश कुमार इसी पद पर पहले भी रह चुके हैं और एक साल पहले इनका सोनीपत ट्रांसफर कर दिया गया था। जलभराव को लेकर गिर चुकी गाज गुरुग्राम में बारिश को लेकर हुए जलभराव के बाद अधिकारियों पर गाज गिरने का सिलसिला जारी है। रविवार को नगर निगम के एक जेई सस्पेंड और दूसरे को शो कॉज नोटिस दिया गया था। सोमवार को भी एक एक्सईएन और एई को शो कॉज नोटिस देकर तीन दिन में जवाब मांगा गया है। ये तबादले इसी से जोड़कर देखें जा रहे हैं। हालांकि बड़े अधिकारियों ने इसे रूटीन के ट्रांसफर बताएं हैं।
गुरुग्राम नगर निगम कमिश्नर को हाईकोर्ट ने भेजा वारंट:ठेकेदार के 15.98 लाख के बिलों का भुगतान अटकाया, हाईकोर्ट आदेश का पालन नहीं किया
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