गुरुग्राम जिले में आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या पर नगर निगम ने कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर डॉ. प्रीतपाल सिंह ने बताया कि वर्तमान में शहर में स्ट्रीट डॉग्स के लिए कोई शेल्टर होम नहीं है। शहर में प्रतिदिन कुत्तों के काटने के 20 से 25 मामले सामने आ रहे हैं। यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। नसबंदी और टीकाकरण को प्राथमिकता नगर निगम अभी पशु जन्म नियंत्रण नियमों का पालन कर रहा है। इन नियमों के तहत आवारा कुत्तों को पकड़कर नसबंदी और रैबीज का टीका लगाया जाता है, फिर उन्हें उसी क्षेत्र में छोड़ दिया जाता है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम जल्द ही शेल्टर होम बनाने की योजना पर काम करेगा। निगम हाउस की हाल की बैठक में आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण को प्राथमिकता दी गई है। निर्देशों के अनुरूप बनेंगे शेल्टर होम निगम कमिश्नर ने इस दिशा में आदेश जारी कर दिए हैं। नगर निगम का कहना है कि वह इस समस्या को गंभीरता से ले रहा है। जल्द ही सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुरूप शेल्टर होम बनाए जाएंगे। साथ ही नसबंदी और टीकाकरण की प्रक्रिया को भी तेज किया जाएगा।
गुरुग्राम निगम शेल्टर होम बनाने पर करेगा काम:सुप्रीम कोर्ट के आदेश, रोजाना 25 डॉग बाइट केस, नसबंदी को प्राथमिकता
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