दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद मंगलवार (19 अगस्त) को कांग्रेस ने पहली बार विपक्ष की भूमिका निभाई और गुरुग्राम की समस्याओं के खिलाफ हल्ला बोल दिया.
कांग्रेसियों ने नगर निगम कार्यालय के बाहर कूड़ा डालकर अधिकारियों को बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. कांग्रेसियों का कहना है कि जब से बीजेपी सरकार सत्ता में आई है तब से गुड़गांव ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश का बुराहाल हो गया.
#कुड़ाग्राम #जलग्राम बने #गुरुग्राम में #प्रदर्शनगुड़गांव में कांग्रेस पार्टी के बने नए जिला अध्यक्षों पंकज डावर व वर्धन यादव द्वारा नगर निगम गुड़गांव के कार्यालय के बाहर किए गए विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ। आज गुड़गांव में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, विभिन्न कॉलोनीयों… pic.twitter.com/Oz2VWVJFlL
— Capt Ajay Singh Yadav (@CaptAjayYadav) August 19, 2025
कांग्रेसियों की माने तो आज गुरुग्राम में जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, सड़के टूटी हुई हैं, जनता जलभराव ओर समस्याओं से परेशान हो रही है, लेकिन अधिकारी इन समस्याओं का समाधान धरातल पर नहीं बल्कि फ़ाइल में कर रहे हैं.
‘इन्हें जनता की परेशानी से नहीं कोई लेना देना’
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बीजेपी ने गुरुग्राम में नगर निगम नहीं, बल्कि नरक निगम बनाया है. यहां अधिकारियों को जनता की परेशानी से कोई लेना देना नहीं है. आज निगम कार्यालय के बाहर कूड़ा डाला गया है ताकि अधिकारियों को पता लग सके कि गुड़गांव की जनता किस तरह कूड़े के ढेर में बदबू के बीच जी रही है.
नगर निगम अधिकारियों को दिया अल्टीमेटम
कांग्रेस नेताओं ने गुरुग्राम की मेयर पर भी निशाना साधा. कांग्रेसियों ने कहा कि जिस नेता को जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नही है उसे बीजेपी ने मेयर बना दिया. उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया और कहा कि अगर गुड़गांव के हालात नहीं सुधरे तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे.
खाका कर लिया गया है तैयार
वहीं कांग्रेसी नेताओं ने नगर निगम के जॉइंट कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को गुरुग्राम की समस्याओं से अवगत कराते हुए साफ कर दिया कि निगम अधिकारियों ने जनता की समस्या के समाधान के लिए अब भी कोई ठोस कदम नही उठाया तो वह आंदोलन करने को विवश होंगे. वहीं अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि कल आला अधिकारियों के साथ बैठक कर गुड़गांव की समस्याओं के समाधान का खाका तैयार कर लिया गया है.
समस्याओं के समाधान के लिए काम शुरू
लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए निगम अधिकारियों को 15 दिन के अल्टीमेटम का क्या असर निगम अधिकारियों पर होता है यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा. फिलहाल निगम अधिकारियों ने आश्वासन तो दिया है कि धरातल पर समस्याओं के समाधान के लिए काम शुरू कर दिया है.