गुरुग्राम में कांवड यात्रा को सुरक्षित और शांतिपूर्वक बनाने के लिए फुलप्रूफ प्लानिंग की गई है। इस बार पुलिस कमिश्नरेट के जवान कांवड़ियों के भेष में तैनात रहेंगे। किसी भी वजह से किसी श्रद्धालु की कांवड़ खंडित होती है तो कांवड़ियां बने पुलिस जवान अपनी कांवड़ देकर उपद्रव रोकेंगे। साथ ही कांवड़ यात्रा की निगरानी के लिए पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ड्रोन कैमरों की मदद ली जा रही। इसके अलावा क्राइम ब्रांच की टीम और महिला पुलिस जवान सादे कपड़ों में तैनात रहेगी।
कांवड़ ला चुके जवानों की टीम तीन दिन पहले पुलिस कमिश्नर ऑफिस में ऐसे पुलिस जवानों का चयन किया गया, जो कांवड़ ला चुके हैं। इन्हें कांवड़ियों के व्यवहार, उनकी गतिविधियों और कार्यशैली के बारे में पता होता है। किसी भी तरह का इनपुट मिलने के बाद सीधे डीसीपी स्तर के अधिकारी को रिपोर्ट करेंगे, ताकि समय रहते हिंसा, तोड़फोड़, उपद्रव या अन्य आपराधिक गतिविधियों को रोका जा सके। इन जवानों को अलग से ट्रेनिंग भी दी गई है। साथ ही बड़ी संख्या में कांवड़ भी तैयार करवाए गए हैं। डीसीपी ट्रैफिक डॉ. राजेश मोहन ने एसीपी हाईवे सत्यपाल यादव, एसीपी ट्रैफिक ईस्ट संजय कुमार, एसीपी ट्रैफिक जयसिंह, एसीपी ट्रैफिक वेस्ट विरेंद्र सिंह और संबंधित अधिकारियों की मीटिंग लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। कांवड़ खंडित होने पर कांवड़ियां को हरिद्वार ले गई पुलिस गुरुग्राम में एक ऑटो की टक्कर से नांगल चौधरी के कांवड़ियां रविंद्र शर्मा की कांवड़ खंडित हो गई। जिस पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और आनन फानन में कांवड़ियां को साथ लेकर हरिद्वार पहुंची। वहां से दोबारा कांवड़ उठवा कर वापस गुरुग्राम ड्रॉप किया। पुलिस ने इसका एक वीडियो भी शेयर किया है। जो गुरुग्राम में सोशल मीडिया पर तेजी से देखा जा रहा है। पुलिस मुस्तैद है डीसीपी ट्रैफिक डॉ. राजेश मोहन ने बताया कि पुलिस सुरक्षित कावंड़ यात्रा के लिए धूप, बरसात व दिन रात सच्ची लगन और कर्मठता के साथ निरंतर कार्य कर रही है। पैदल महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए रास्ते में और कांवड़िया शिविरों में भी विशेष ड्यूटी लगाई गई हैं। किसी भी कानून व्यवस्था की स्थिति को संभालने के लिए कांवड़ियों के भेष में पुलिसकर्मियों को तैयार रखा जाएगा। क्राइम ब्रांच की टीम सादा कपड़ों में तैनात रहेगी। सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से भी निरंतर निगरानी रखी जाएगी, साथ ही ड्रोन कैमरा से भी नजर रहेगी। हाईवे पर ये व्यवस्था NH 48 और द्वारका एक्सप्रैस वे पर कांवडिय़ों के लिए सुरक्षा की दृष्टि से जर्सी बैरियर, बैरिगेट, कोन, रस्सी इत्यादि की मदद से सुरक्षित यात्रा लेन बनाने बारे निर्देशित किया। इसके अलावा कांवड यात्रा मार्ग मे जिन स्थानों पर जल भराव हो रखा है उन स्थानों पर मिट्टी डलवाकर औऱ जिन स्थानों पर पेड/टहनियां झुके हुए है उनकी छंटाई करने के लिए संबंधित विभागों के साथ संपर्क करके दुरुस्त करने बारे निर्देशित किया गया । ये रूट बनाया गया सिरहौल बार्डर से रेवाडी, नारनौल, राजस्थान जाने वाले वाया एयरपोर्ट रोड से द्वारका एक्सप्रेस वे पहुंचे नूहं, पटौदी, फर्रुखनगर औऱ फरीदाबाद जाने वाले भी इसी रास्ते से द्वारका एक्सप्रैस वे का इस्तेमाल करें
स्थानीय कांवड़ियां एनएच 48 की डेडिकेटेड लेन का प्रयोग करें शराब ठेकों और पेट्रोल पंपों के पास विशेष निगरानी राष्ट्रीय राजमार्ग व जिन स्थानीय मार्ग से कांवड़ियों का आवागमन होगा, उन मार्गों पर पुलिस गश्त बढ़ाई गई है। कांवड़ यात्रा के रास्ते में आने वाले सभी शराब के ठेकों व पेट्रोल पंपों की मैपिंग करके आस-पास के क्षेत्र में भी गश्त बढ़ाई जाएगी ताकि यात्रा का ठीक प्रकार से समापन हो सके। कांवड़ शिविरों व लंगरों वाले स्थानों पर निगरानी रखने के लिए पुलिस बल नियुक्त किया गया है। कांवड़ियों की गतिविधियों पर नजर पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि कावड़ यात्रा के दौरान ड्रोन की सहायता से भी सड़क मार्गों पर कांवड़ियों पर नजर रखकर उन्हें सुरक्षित तरीके से विभिन्न स्थानों पर रास्ता पार कराया जाएगा। कांवड़ यात्रा को चाक-चौबंद बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा विभिन्न चौक चौराहों पर सुरक्षित रास्ता पार कराने के लिए अलग से ड्यूटियां लगाई गई हैं। जिसमें 72 यातायात पुलिस कर्मचारी रात्रि में भी मौजूद रहेगें।
गुरुग्राम में कांवड़ियों बनकर पुलिसकर्मी रोकेंगे उपद्रव:खंडित होने पर जवान अपनी कांवड़ देंगे, निगरानी के लिए पहली बार एआई ड्रोन का इस्तेमाल
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