गुरुग्राम जिले के फर्रुखनगर क्षेत्र में गुरु पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों, आश्रमों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ जुटी। सुल्तानपुर स्थित महाबल धाम आश्रम मंदिर में गुरु प्रदीप महाराज की उपस्थिति में विशेष भंडारे का आयोजन हुआ। भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने गुरु प्रदीप को गुलाब के पुष्पहार, मिठाई और उपहार भेंट किए। झोपड़ी वाले मंदिर में लगाया भंडारा खेटावास के पहाड़ी बाबा महंत तारा गिरी झोपड़ी वाले मंदिर में भी भंडारे का आयोजन किया गया। फर्रुखनगर स्थित अमरधाम हरि मंदिर में पंडित त्रिलोक शास्त्री और स्वामी डॉक्टर उमानंद ने गुरु पूजन किया। गोशाला के पास स्थित मंदिर में लल्लू भगत की पूजा की गई। शहर के अन्य धार्मिक स्थलों पर भी विशेष आयोजन हुए। श्रद्धालुओं ने फूल-मालाओं और पूजन सामग्री से गुरुओं का पूजन किया। गुरू बिना सही मार्ग संभव नहीं महाबल धाम आश्रम के गुरु प्रदीप महाराज ने कहा कि गुरु के बिना जीवन में ज्ञान, कर्म और सही मार्ग संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि गुरु वह दीपक है, जो अज्ञान रूपी अंधकार को दूर करता है। यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। गुरुओं को दक्षिणा, वस्त्र और भेंट अर्पित वहीं महंत तारा गिरी महाराज ने कहा कि गुरु जीवन के हर मोड़ पर हमें सही दिशा दिखाते हैं। आज के भौतिक युग में भी अगर कोई मार्गदर्शक है, तो वह गुरु ही हैं। ग्रामीण आंचल में इस दिन को लेकर विशेष उत्साह देखा गया। जगह-जगह भजन-कीर्तन, प्रवचन और गुरु पूजा के आयोजन हुए। शिष्यों ने गुरुओं को दक्षिणा, वस्त्र और भेंट अर्पित कर कृतज्ञता प्रकट की। पुलिस प्रशासन द्वारा भी श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था की गई।
गुरुग्राम में गुरु पूर्णिमा पर मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु:आश्रम में गुरु प्रदीप से लिया आशीर्वाद, भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना की
5