गुरुग्राम नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया ने सोमवार को प्रॉपर्टी टैक्स कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि बिना किसी वैध कारण के किसी भी आवेदन को रिवर्ट, रिजेक्ट या लंबित नहीं रखा जाए। उन्होंने कहा कि लापरवाही करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। निगमायुक्त ने निर्देश दिए कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी आवेदन को तय समय सीमा से अधिक लंबित न रखा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि निगम की छवि को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जो कर्मचारी काम में कोताही बरतते हैं, वे संभल जाएं और समय पर कार्य करने की आदत डालें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तय संख्या से अधिक कोई भी आवेदन लंबित न रहे और प्रत्येक आवेदन का समयबद्ध निस्तारण किया जाए। बैठक में समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने कहा कि नगर निगम गुरुग्राम के स्तर पर लंबित आवेदनों की संख्या 750 से कम होनी चाहिए, जबकि नगर परिषद सोहना के लिए 100, नगर परिषद पटौदी-जाटौली मंडी के लिए 80 तथा नगर पालिका फर्रुखनगर के लिए 30 की संख्या निर्धारित की गई। उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि जनता को सुविधा देना हमारा मुख्य उद्देश्य है तथा इस दिशा में सभी लोग गंभीरता से कार्य करें। बैठक में बताया गया कि नगर निगम गुरुग्राम क्षेत्र में फिलहाल 1139 आवेदन लंबित हैं। इनमें जोन-1 क्षेत्र में 267, जोन-2 क्षेत्र में 574, जोन-3 क्षेत्र में 223 तथा जोन-4 क्षेत्र में 75 आवेदन लंबित हैं। निगमायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द इन आवेदनों का निपटारा करने की हिदायत दी। बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त रविन्द्र यादव व कैप्टन मनीष लोहान, संयुक्त आयुक्त सुमित कुमार व डा. जयवीर यादव, डीटीपी सुमित मलिक सहित जोनल टैक्सेशन अधिकारी व सोहना, पटौदी व फर्रुखनगर के अधिकारी उपस्थित रहे।
गुरुग्राम में निगमायुक्त की फटकार लापरवाह कर्मचारी संभल जाएं:प्रॉपर्टी टैक्स की गलतियों से निगम की छवि को नुकसान पहुंचा, इसमें सुधार करें
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